जय माता दी के जयघोष के साथ चल पड़ी आस्था सर्किट ट्रेन, यात्रियों को कराएंगे तीर्थाटन Bhagalpur News
भागलपुर से इस स्पेशल ट्रेन से सफर करने के लिए 200 लोगों ने टिकटें कराई थी। यात्री ट्रेन का पकडऩे के लिए समय से पहले पहुंच गए थे। स्टेशन आने पर मालूम चला कि ट्रेन तीन घंटे लेट है।
भागलपुर [जेएनएन]। आस्था सर्किट ट्रेन से पूर्व बिहार के सैकड़ों यात्री उत्तर भारत के तीन तीर्थ स्थलों के लिए रवाना हुए। भागलपुर के रास्ते वद्र्धमान से पहुंची आस्था सर्किट ट्रेन सिर्फ भागलपुर से 200 यात्री सवार हुए। वहीं, जमालपुर और किऊल से 100-100 लोगों ने टिकटें बुक कराई थी। 12 स्लीपर कोच वाली इस ट्रेन में 550 लोग सवार हुए। ट्रेन अपने निर्धारित समय 4.10 की जगह तीन घंटे विलंब से 7.12 बजे प्लेटफॉर्म संख्या पांच पर पहुंची। हरिद्वार, ऋषिकेष और माता वैष्णो देवी की यात्रा पर निकले पैसेंजर ट्रेन के खुलते ही जय माता दी के नारे लगाए। जंक्शन परिसर जय माता दी के नारों से गूंज उठा। दरअसल, इंडियन रेलवे केटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन लिमिटेड (आइआसीटीसी) की ओर से भागलपुर के रास्ते पहली बार आस्था सर्किट ट्रेन का परिचालन किया गया है। आइआरसीटीसी हरिद्वार, ऋषिकेश और माता वैष्णो देवी का दर्शन कराएगी। छह रात और सात दिन के एक यात्री को 6300 रुपये खर्च पड़ा।
तीन बजे ही पहुंच गए थे पैसेंजर
भागलपुर से इस स्पेशल ट्रेन से सफर करने के लिए 200 लोगों ने टिकटें कराई थी। यात्री ट्रेन का पकडऩे के लिए समय से पहले पहुंच गए थे। स्टेशन आने पर मालूम चला कि ट्रेन तीन घंटे लेट है। ऐसे में यात्रियों को ट्रेन का इंतजार करना पड़ा।
झाल और मृदंग के साथ सवार हुई महिलाएं
आस्था सर्किट ट्रेन में ज्यादातर 45 से 50 की उम्र की महिलाएं थीं। सभी महिलाएं एक झुंड में थीं। सभी महिलाएं रास्ते में भजन-कीर्तन का पूरा बंदोबस्त कर रखी थीं। कुछ कोचों में झाल और मृदंग के साथ महिलाएं सवार हुई। रास्ते में मनोरंजन का पूरा व्यवस्था साथ लेकर गईं। भागलपुर से कई परिवार संग सवार हुए।
पहले हरिद्वार अंतिम पड़ाव वैष्णो देवी
आस्था सर्किट स्पेशल पहले हरिद्वार पहुंचेगी। चार जुलाई को हरिद्वार पहुंचेगी। यहां एक दिन ट्रेन रुकेगी। इस सवार यात्रियों को बस से ऋषिकेश का दर्शन कराया जाएगा। ट्रेन में सफर करने वाले को धर्मशाला में ठहराव की व्यवस्था की गई है। पांच जुलाई की शाम में हरिद्वार से खुलने के बाद छह की सुबह माता वैष्णो देवी कटरा स्टेशन पहुंचेगी। सात जुलाई की शाम सात बजे वैष्णो देवी से खुलेगी और आठ की सुबह 5.30 बजे भागलपुर पहुंचेगी।
हर कोच में सुरक्षा और आरओ का पानी
सभी 12 स्लीपर कोच में एक सुरक्षा गार्ड और यात्रियों के लिए आरओ का ठंडा पानी की व्यवस्था की गई थी। आइआरसीटीसी के कर्मी मु. फिरोज यात्रियों के साथ रवाना हुए।
जमालपुर के बाद परोसा गया रात का भोजन
ट्रेन में सवार सभी तीर्थ यात्रियों को रात्रि भोजन जमालपुर से ट्रेन खुलने के बाद परोसा गया। रात्रि के भोजन में रोटी-सब्जी, भूजिया दिए गए। वहीं, दोपहर और रात का भोजन भी मीनू के अनुसार शाकाहारी उपलब्ध कराया जाएगा। नाश्ता में कचौड़ी-स्नैक्स, दिन के भोजन में चावल-दाल, सब्जी, भुजिया की व्यवस्था की गई थी।
यात्रियों के चेहरे पर मुस्कान, जुबां पर जय माता दी
1-आस्था सर्किट ट्रेन से सफर करने पहुंचे ब्रह्मदेव तिवारी ने कहा कि हरिद्वार के लिए एक भी ट्रेन खगडिय़ा और भागलपुर से नहीं है। इसके चलने से काफी सहूलियत हुई।
2 कुतुबगंज की रीता कुमारी परिवार के साथ ट्रेन में सवार हुई। इनका कहना था कि ट्रेन में सफाई की व्यवस्था बेहतर है। भोजन किस तरह का दिया जाता है। यह रात में पता चलेगा।
3कृष्णा देवी खगडिय़ा से ट्रेन पकडऩे पहुंची थी। महिला ने बताया कि वह हर साल वैष्णो देवी जातीं हूं। पर, इस ट्रेन के परिचालन से काफी राहत मिली।
4विमल कुमार ने रेलवे को आस्था सर्किट ट्रेन चलाने के लिए बधाई दी। इन्होंने कहा कि ऐसी ट्रेन साल में दो से तीन बार चलने की जरूरत है।
5-सिकंदरपुर की बुलबुल कुमारी भी परिवार के साथ ट्रेन में सवार हुई। कोच की सफाई व्यवस्था से काफी खुश दिखी।
6-मानिक सरकार मोहल्ले के रहने वाले महेंद्र पांडे भी इस सफर के गवाह बने। इन्होंने बताया कि जितनी सुविधाएं की बात की गई है। उतना मिले तो यह ट्रेन बेहतर है।