कामेश्वर पांडेय हत्याकांड : गोपाल ने कहा-घर की इज्जत के साथ खेलने पर की हत्या Bhagalpur news
तिलकामांझी के नवाबबाग कॉलोनी में स्टेट बार काउंसिल के को-चेयरमैन कामेश्वर पांडेय व उनकी नौकरानी की 5 मार्च की रात बदमाशों ने बेरहमी से हत्या कर दी थी। बदमाश उनका कार भी ले गए थे।
भागलपुर, जेएनएन। नवाबबाग कॉलोनी में हाई प्रोफाइल दोहरे हत्याकांड में पुलिस मुख्य आरोपित गोपाल भारती और राज कुमार सिंह को लेकर मंगलवार को भागलपुर पहुंची। उसने पुलिस के समक्ष हत्या के कारणों का पर्दाफाश किया है। आरोपित ने अधिवक्ता कामेश्वर पांडेय पर उसकी पत्नी के साथ गलत करने और बेटी के साथ गलत करने के प्रयास का भी आरोप लगाया है। उसने कहा कि बेटी के मामले में वह आपा खो बैठा था। गोपाल भारती को भागलपुर लाने की जानकारी एसएसपी आशीष भारती ने मंगलवार को अपने गोपनीय कार्यालय में दी।
पश्चिम बंगाल से हुई गिरफ्तारी : एसएसपी ने बताया कि गोपाल भारती और राज कुमार सिंह की गिरफ्तारी पश्चिम बंगाल से हुई है। वह वीरभूम स्थित बोलपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर दो पर ट्रेन का इंतजार कर रहा था। गोपाल इशाकचक इलाके के भीखनपुर (नया टोला) और राज कुमार सिंह भीखनपुर गुमटी नंबर दो का रहने वाला है। इनके पास से पुलिस ने तीन मोबाइल फोन, पांच सिमकार्ड और लूटे हुए 29,270 रुपये बरामद किए हैं। हत्या के समय इनके द्वारा पहने हुए कपड़े भी पुलिस ने बरामद किए हैं। इन कपड़ों पर खून लगा हुआ है। कपड़ों को एफएसएल जांच के लिए भेजा जाएगा।
स्वीकारी हत्या की बात : पुलिस के समक्ष गोपाल भारती और उसके सहयोगी राज कुमार सिंह ने हत्या की बात स्वीकार कर ली है। नौकरानी रेणु के बारे में इन्होंने बताया कि वह अधिवक्ता के हर बुरे काम में साथ देती थी। विवाद के समय नौकरानी उसे और उसके स्वजनों को जातिसूचक गाली देती थी। इस कारण अपने सहयोगियों को इसकी जानकारी दी और हत्या की साजिश रची। गोपाल से सिटी एसपी सुशांत कुमार सरोज, सिटी डीएसपी राजवंश सिंह और इशाकचक इंस्पेक्टर संजय कुमार सुधांशु ने भी पूछताछ की है।
दोनों शवों को बाहर ले जाने की थी तैयारी : गोपाल भारती ने पुलिस को बताया है कि उसने अपने गुर्गों राज कुमार सिंह, रवीश कुमार और गब्बर पासवान के साथ दोनों की हत्या की। वे लोग दोनों शवों को भागलपुर से बाहर ठिकाना लगाने की तैयारी में थे। नौकरानी के शव को लेकर ये बाहर निकले, लेकिन अधिवक्ता की कार की डिक्की नहीं खुली। इस कारण नौकरानी रेणु का शव ड्रम में डाल दिया, जबकि अधिवक्ता को उनके बेड पर मारकर छोड़ दिया।
कई करीबियों का लिया है नाम : कामेश्वर पांडेय और उनकी नौकरानी की हत्या मामले में आरोपित गोपाल ने अधिवक्ता के करीबियों का नाम लिया है। उसने आरोप लगाया कि करीबी ने अधिवक्ता से बिजनेस के लिए 20 लाख रुपये मांगे थे। इसके अलावा उनकी संपत्ति पर भी करीबियों की नजर थी। इस कारण उन लोगों ने ही हत्या के लिए उकसाया था। पुलिस का कहना है कि उसके दिए बयानों की जांच होगी। इसके बाद ही आगे कुछ निर्णय लिया जाएगा।
क्या था मामला : तिलकामांझी के नवाबबाग कॉलोनी में स्टेट बार काउंसिल के को-चेयरमैन कामेश्वर पांडेय और उनकी नौकरानी की पांच मार्च की रात बदमाशों ने बेरहमी से हत्या कर दी थी। बदमाश उनका कार भी ले गए थे। सुबह अधिवक्ता का शव कमरे में और उनकी नौकरानी का शव पोर्टिको स्थित ड्रम में मिला था। मामले में पहली गिरफ्तारी सात मार्च को रवीश कुमार की हुई। वह सकरुल्लाचक का रहने वाला है। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने किशनगंज से अधिवक्ता की कार बरामद कर ली थी। रवीश के घर से ही एक कट्टा और खून लगा कपड़ा बरामद हुआ था।
इस मामले में एक आरोपित फरार है। उसकी गिरफ्तारी के लिए एसआइटी लगी हुई है। अन्य बिंदुओं पर भी जांच होगी। आरोपितों पर समय से चार्जशीट कराने के बाद स्पीडी ट्रायल के माध्यम से सजा दिलाई जाएगी। - आशीष भारती, एसएसपी, भागलपुर