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नहीं रहे अमीर ए शरीयत हजरत वली रहमानी, ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के महासचिव भी थे

ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के महासचिव अमरी ए शरीयत हजरत वली रहमानी नहीं रहे। वे बीते कई दिनों से बीमार चल रहे थे। उनका जन्म पांच जून 1943 को हुआ था। मूल रूप से वह मुंगेर के रहने वाले थे।

By Abhishek KumarEdited By: Updated: Sun, 04 Apr 2021 09:49 AM (IST)
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पूर्व राष्‍ट्रपति के साथ ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के महासचिव हजरत वली रहमानी। फाइल फोटो।

जागरण संवाददाता, मुंगेर। आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के महासचिव सह इमारत ए शरिया बिहार, झारखंड, उड़ीसा के अमीर ए शरीयत हजरत वली रहमानी साहब नहीं रहे। पटना के पारस अस्पताल में उन्होंने शनिवार को करीब दो बजे अंतिम सांस ली। वे बीते कई दिनों से बीमार चल रहे थे। उनका जन्म पांच जून 1943 को हुआ था।

जामिया खानकाह रहमानी के गद्दीनशीं रहने के दौरान मौलाना वली रहमानी ने मुंगेर में शिक्षा, स्वास्थ्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किए। उनके नेतृत्व में खानकाह रहमानी ने दीनी तालीम के केंद्र के रूप में पूरे देश में अपनी अलग पहचान बनाई। दीनी तालीम हासिल करने के लिए दूसरे प्रदेशों से भी छात्र मुंगेर पहुंचते हैं। उन्होंने रहमानी बीएड कॉलेज की भी स्थापना की। इसके अलावा उनके नेतृत्व में निश्शुल्क नेत्र जांच शिविर, मोतियाबिंद का ऑपरेशन, लेंस प्रत्यारोपण शिविर आदि नियमित आयोजित किए जाते रहे हैं।

19 मार्च 1991 में हजरत मिन्नतुल्लाह रहमानी तरावीह की नमाज पढ़ते हुए दुनिया से रुखस्त हुए। इसके बाद ल वली रहमानी खानकाह रहमानी के गद्दीनशीं और जामिया रहमानी के सरपरस्त बने। वर्ष 2015 में बिहार, उड़ीसा और झारखंड के अमीर ए शरीयत बने। वली रहमानी बिहार विधान परिषद के उप सभापति भी बने। कौमी एकता के प्रतीक वली रहमानी के निधन की खबर के बाद मुंगेर में शोक की लहर दौड़ गई। सभी राजनीतिक दलों के नेता और कार्यकर्ताओं ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है। खानकाह रहमानी के प्रवक्ता ने बताया कि रविवार को दिन के 11 बजे खानकाह रहमानी मुंगेर में मौलाना वली रहमानी के जनाजे की नमाज अदा की जाएगी।