संवेदनहीनता... शराब पीता रहा एंबुलेंस चालक, तड़प-तड़प कर नवजात ने तोड़ दिया दम
कटिहार में मानवता को शर्मशार करने वाली एक घटना सामने आई है। यहां एक एंबुलेंस चालक के कारण बच्चे की जान चली गई। दरअसल बच्चे को लेकर दूसरे अस्पताल में जाना था लेकिन चालक शराब पीने में मस्त था। शिकायत करने पर वह स्वजनों से ही उलझ गया।
डंडखोरा (कटिहार), संवाद सूत्र। एंबुलेंस चालक व उनके सहयोगी शराब पीने में मस्त रहे और उचित इलाज के अभाव में नवजात की मौत हो गई। यह घटना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, डंडखोरा की है। बाद में स्वजनों व स्थानीय लोगों ने इसको लेकर जमकर बवाल भी काटा। मौके पर पहुंची पुलिस ने एंबुलेस चालक के सहयोग को नशे की हालत में ही धर दबोचा, जबकि चालक मौका देख वहां से फरार हो गया। केंद्र के प्रभारी ने दोनों को हटाने को लेकर आवश्यक कार्रवाई करने की बात कही है।
जानकारी के अनुसार डंडखोरा थाना क्षेत्र के मुस्लिम टोला निवासी मु. .नौशाद ने बताया कि प्रसव पीड़ा होने पर उन्होंने अपनी बहन शहजादी खातून को शनिवार की शाम सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया था। उनकी बहन ने एक बच्ची को जन्म दिया, लेकिन बच्ची का स्वास्थ्य ठीक नहीं था। बच्ची की स्थिति को देख डा. गिन्नी सिन्हा ने उसे सदर अस्पताल रेफर कर दिया। इसको लेकर वे लोग एंबुलेंस ढूढऩे लगे। अस्पताल परिसर में एंबुलेंस तो लगा था लेकिन ड्राइवर और उसका सहयोगी लापता था। रात लगभग नौ बजे दोनों शराब के नशे में धुत होकर वहां पहुंचा और उल्टे उन लोगों से ही उलझ गया। इसकी सूचना स्वजनों ने पुलिस को दी।
पुलिस के पहुंचने की भनक से चालक वहां से फरार हो गया, जबकि उसके सहयोगी को पुलिस ने नशे की हालत में गिरफ्तार कर लिया। बाद में स्वजन अन्य माध्यम से नवजात को सदर अस्पताल ले गए लेकिन इलाज में देरी होने के कारण पांच बजे सुबह नवजात ने दम तोड़ दिया। उस समय ही स्वजन नवजात के शव को लेकर सीएचसी पहुंच गए और हंगामा शुरु कर दिया। स्वास्थ्य प्रबंधक एवं रोगी कल्याण समिति के सदस्यों ने एंबुलेंस कर्मी के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन देकर स्वजनों को शांत किया। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा. प्रदीप कुमार ने बताया मामले को लेकर आवेदन प्राप्त हुआ है। एंबुलेंस कर्मियों की लापरवाही सामने आई है। दोनों कर्मियों को तत्काल हटाने की कार्रवाई की जाएगी।