साइकिल से भारत भ्रमण पर निकली दो महिलाओं का पूर्णिया में हुआ स्वागत, उद्देश्य सुन सभी हो गए हैरान
Amazing Journey अरुणाचल प्रदेश से दो महिला साइकल यात्री पहुंचीं पूर्णिया। चार हजार किमी की दूरी तय कर गुजरात के भुज में यात्रा का होगा समापन। नारी सशक्तीकरण के लिए दोनों निकलीं यात्रा पर। सभी जगह उनका जोरदार स्वागत हो रहा है।
जागरण संवाददाता, पूर्णिया। दो महिला साइकल यात्री अपने भ्रमण के क्रम में मंगलवार को पूर्णिया पहुंचीं। स्थानीय लोगों ने इनका स्वागत किया। इन्होंने अरुणाचल प्रदेश के किबिथू से 12 दिन पहले यात्रा शुरू की थी। असम के गुवाहाटी, बोंगाईगांव और बंगाल के जलपाईगुड़ी से होते हुए सिलीगुड़ी के रास्ते दोनों पूर्णिया पहुंचीं। इनमें महाराष्ट्र पुणे की डा. मीरा वेलंकर और तसनीमा मोहसिन शामिल हैं।
यूथ हास्टल्स एसोसिएशन आफ इंडिया व जिला साइकल एसोसिएशन के सदस्यों ने इनका स्वागत किया। यूथ हास्टल्स की आम्रपाली यूनिट की चेयरपर्सन संतोष भारत ने बताया कि दोनों अपनी साइकिल यात्रा में चार हजार किलोमीटर की दूरी तय कर गुजरात के भुज जाएंगी। मंगलवार सुबह को दोनों यात्री दरभंगा के लिए दोनों यात्री निकल गईं। अभियान में शामिल मीरा और तसनीम ने बताया कि महिला सशक्तीकरण व सुरक्षा के प्रति जागरूकता के लिए नार्थ टू वेस्ट साइकिल की यात्रा पर वे निकली हैं। लोग ऐसा मानते हैं कि नार्थ ईस्ट, असम, बिहार और उत्तर प्रदेश में महिलाएं सुरक्षित नहीं है।
इसी भ्रम को दूर करने के लिए साइकिल यात्रा का संकल्प लिया गया है। रास्ते में पडऩे वाले गांव में महिलाओं और लड़कियों को उनके अधिकार के बारे में बताया जाता है। शिकायत दर्ज कर महिलाएं अपने विरुद्ध होने वाले अपराधों पर लगाम लगा सकती हैं। इन्होंने बताया कि अरुणाचल प्रदेश, असम, बंगाल और बिहार के पूर्णिया पहुंचने में उन्हें किसी भी प्रकार की कठिनाइयों का सामना नहीं करना पड़ा। लोगों ने यात्रा में जो अपनापन दिखाया उससे वे अभिभूत हैं।
लिम्का बुक आफ रिकाड्स में राजीव राज की पेटिंग को मिला स्थान
जागरण संवाददाता, पूर्णिया। पूर्णिया के ख्यातिप्राप्त चित्रकार राजीव राज द्वारा चार साल पूर्व बनाई गई पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की फोर विजन पेटिंग को लिम्का बुक आफ रिकार्ड्स के 2020-2022 कंबाइंड एडिशन में प्रमुखता से स्थान मिला है । राजीव राज की इस उपलब्धि से पूर्णिया के साथ पूरा बिहार गौरवान्वित हुआ है। चित्रकार राजीव राज ने अपनी कला के दम पर लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड के अलावा इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, एशिया बुक, इंडिया बुक आफ रिकार्ड में नाम दर्ज कराया है। वे इस कला विधा में कार्य करते हुए, तीन दशक का सफर तय कर चुका है और इस दौरान उन्होंंने अंतरराष्ट्रीय मंचों यथा टोक्यो तथा स्वीटजरलैंड में अपनी कला विद्या से ख्याति अर्जित की है।
भारत के भूतपूर्व प्रधानमंत्री, भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेई के विश्व की सबसे बड़ी फोर विजन पेंटिंग बनाने का रिकार्ड भी उनके नाम है। चित्रकला के क्षेत्र में अहम योगदान व कोसी पेटिंग के सृजन के लिए बिहार सरकार द्वारा, बिहार कला सम्मान के तहत राधामोहन पुरस्कार से उन्हें सम्मानित किया गया है। चित्रकार राज ने अब स्वर कोकिला भारत रत्न स्व लता मंगेशकर को श्रद्धांजलि के रूप में एक ऐतिहासिक पोट्रेट पेंटिंग बनाने जा रहे हैं, जिसकी रुपरेखा अभी खींची जा रही है।