आखिर कब सजेगा बाबा गोरखनाथ का दरबार, अब डिप्टी सीएम पर है आस
बाबा गोरखनाथ का दरबार जल्द पर्यटन स्थल के रूप में विकसित इसके लिए मंदिर कमेटी सहित कटिहार की जनता इस दिशा में प्रयासरत हैं। 2013 में चुनावी यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी इसे पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की घोषणा की थी।
कटिहार, जेएनएन। व्यवस्था की हीला-हवाली से बाबा गोरखनाथ धाम भी अछूता नहीं रहा है। बाबा भोले का यह दरबार कब तक सज सकेगा, यह सवाल आज भी हर जुबान पर है। लोगों की निगाहें अब इसके लिए कटिहार सदर के विधायक सह उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद पर भी टिकी हुई है।
मुख्यमंत्री ने की थी घोषणा, शुरु हुआ था कार्य
वर्ष 2013 में चुनावी यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बाबा गोरखनाथ के दरबार स्वयं पहुंचे थे। उस दौरान उन्होंने इस पौराणिक शिव मंदिर को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की घोषणा की थी। लगभग तीन साल इंतजार करने के बाद पर्यटन विभाग द्वारा इसके लिए एक करोड़ 23 लाख की योजना को स्वीकृति दी गई। काम भी शुरु हुआ लेकिन जो उम्मीद लोगों को थी, वैसा कुछ यहां नहीं हुआ। यहां हुए कार्य से खुद मंदिर समिति भी संतुष्ट नहीं हैं।
शिव सर्किट में है गोरखनाथ धाम का नाम शामिल
बाबा गोरखनाथ धाम को शिव सर्किट के रुप में विकसित करने की घोषणा हुई थी। पर्यटन के लिहाज से विकसित होने वाले प्रमुख शिव सर्किट में गोरखनाथ धाम मंदिर का नाम है। पर्यटन विभाग की सहायता से मंदिर को धार्मिक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित कर हर आवश्यक सुविधा मुहैया कराई जानी थी। मगर अब तक जमीन पर ऐसा कुछ नहीं हो पाया है।
क्या कहते हैं कमेटी के सदस्य
मंदिर समिति के सक्रिय सदस्य व पूर्व मुखिया अक्षय सिंह नें कहा कि पर्यटन विभाग से जिस तरह इस धाम के कायाकल्प की उम्मीद लोगों को थी, वैसा जमीन पर कुछ नहीं हो पाया है। यद्यपि कई आवश्यक कार्य इस मद से हुए हैं, लेकिन पर्यटन केंद्र के रुप में इसे विकसित करने के लिहाज से यह कार्य नाकाफी है। मंदिर कमिटी के सचिव पिंटू यादव ने कहा कि पर्यटन विभाग द्वारा कराया गया कार्य अपेक्षा के अनुकूल नहीं है।
उपमुख्यमंत्री से मिलेंगे समिति के सदस्य
सदर विधायक तारकेश्वर प्रसाद के उपमुख्यमंत्री बनने के बाद गोरखनाथ धाम के कायाकल्प की उम्मीद जगी है। जिले के लाखों लोगों की आस्था के केंद्र को पूर्ण विकसित करने की मांग को लेकर समिति के सदस्य जल्द ही उपमुख्यमंत्री से मिलेंगे। मंदिर समिति के सचिव पिंटू यादव ने कहा कि इसके लिए जल्द ही कार्यक्रम तय होगा।