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Acid attack : घाव की गंभीरता के कारण बिटिया के पहले जैसा दिखने में संशय

19 अप्रैल 2019 को भागलपुर के अलीगंज स्थित एक महोल्‍ले में रहने वाली इंटर की छात्रा पर घर में घुसकर तेजाब फेंक दिया था। छात्रा का इलाज वाराणसी में चल रहा है।

By Dilip ShuklaEdited By: Published: Mon, 13 May 2019 03:14 PM (IST)Updated: Mon, 13 May 2019 04:37 PM (IST)
Acid attack : घाव की गंभीरता के कारण बिटिया के पहले जैसा दिखने में संशय
Acid attack : घाव की गंभीरता के कारण बिटिया के पहले जैसा दिखने में संशय

भागलपुर [जेएनएन]। एसिड अटैक से गंभीर रूप से जली बिटिया को उसका चेहरा उपचार के बाद क्या वापस मिल जाएगा। ...या फिर एसिड अटैक की शिकार पीडि़तों जैसा ही हाल होगा। जेहन में कुरेदते ऐसे सवालों से पीडि़ता की मां और उसके पिता को चिंता खाए जा रही है। इस सवाल का हल ढूंढऩे में हेल्थ टीम को कितना वक्त लगेगा अथवा स्किन ड्राफ्टिंग (नया स्किन लेयर लगाने) कितनी सफल रहेगी। इस पर कुछ भी बोल पाने में चिकित्सक अभी असमर्थ हैं। फिलहाल इलाज के पहले चरण के तहत पीडि़ता के घाव को जल्द से जल्द भरने की प्रक्रिया चल रही है।

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करेक्टिव सर्जरी कितनी सफल

एसिड या फिर आग से जलने के केस में घाव भरने के बाद पीडि़त की स्किन ड्राफ्टिंग कराई जाती है। इसके बाद मूल रूप देने के लिए उसके चेहरे अथवा प्रभावित हिस्से की करेक्टिव सर्जरी होती है। चिकित्सकों की माने तो अमूमन ऐसे केसेज में करेक्टिव सर्जरी काफी हद तक सफल होती है लेकिन भागलपुर में एसिड अटैक की शिकार छात्रा का केस गम्भीर है। इस ट्रीटमेंट से पीडि़ता को कितना लाभ मिलेगा, ये दावा नहीं किया जा सकता। पहले चरण में घाव भरने और स्किन ड्राफ्टिंग के बाद लम्बे समय तक उसे मेडिकल फॉलोअप की आवश्यकता पड़ेगी।

फोरेंसिक को पुलिस ने भेजी सूची

अलीगंज में छात्रा पर हुए तेजाब से हमले मामले की जांच के लिए पुलिस ने फॉरेंसिक विभाग पटना को अपनी सूची भेज दी है। बता दें कि फॉरेंसिक विभाग पटना ने भागलपुर पुलिस को पत्र लिखकर पूछा था कि उन्हें जांच में किन किन चीजों की जानकारी चाहिए। एसआइटी ने एक सूची तैयार की जिसमें ऐसे प्रश्नों को शामिल किया गया जो तेजाब से हमले मामले की जांच में पुलिस के लिए काफी सहयोगी सिद्ध होगी। फॉरेंसिक विभाग की टीम ने घटनास्थल एवं आरोपित के घर की सघन जांच दो बार की थी। इस आधार पर फॉरेंसिक विभाग की टीम अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट पुलिस को सौंपने वाली है। इस लेकर ही फॉरेंसिक टीम भी अपनी तैयारी कर रही है। ताकि जो जरूरी जानकारियां पुलिस को जांच में सहयोग के लिए चाहिए वह प्राथमिक फॉरेंसिक रिपोर्ट में दर्ज हो। पुलिस ने अपने अपनी सूची में जो जानकारियां मांगी है उसमें कट्टे पर किनके फिंगरप्रिंट के निशान हैं, हमले के लिए किस तेजाब का प्रयोग किया गया है, पीडि़ता और आरोपित के घर से मिले तेजाब की बोतलों की जांच में किस तरह का तेजाब पाया गया है, घटनास्थल से छेड़छाड़ हुई है क्या, घटनास्थल के आसपास फिंगरप्रिंट के निशान इनके मिले हैं, घटना में अपराधियों ने किस तरह तेजाब से हमला किया है, इसके अलावा भी कई जानकारियां मांगी है।

प्रिंस की मां ने डीआइजी से लगाई न्याय की गुहार

तेजाब हमले के आरोपित प्रिंस भगत की मां और भाई सौरभ ने शुक्रवार को डीआइजी विकास वैभव से मिलकर न्याय की गुहार लगाई। सौरभ ने कहा कि उसका भाई निर्दोष है। उसे फंसाया जा रहा है। घटना के समय उसकी नानी घर में थी। पुलिस ने उनका बयान दर्ज नहीं किया। उन्होंने कहा कि यदि प्रिंस लड़की पर तेजाब से हमला करता तो उसके पिता को फोन कर घटना की जानकारी क्यों देता। उसने पुलिस की जांच पर भी सवाल खड़े किए। इस मामले को लेकर डीआइजी विकास वैभव ने एसएसपी आशीष भारती को निर्देश दिया है।

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