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खगडिय़ा के तीन लाख 91 हजार गाय-भैंसों का बनेगा आधार कार्ड, पशुपालक होंगे लाभान्वित

जिले के पशुपालकों को योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए सरकार ने अब सभी पशुओं का आधार कार्ड बनाने की योजना शुरू कर दी है। जिले के सात प्रखंडों के 129 पंचायतों में तीन लाख 91 हजार गाय भैंस हैं। इसके तहत पशुओं के कान में ईयर टैग लगाया जाएगा।

By Amrendra kumar TiwariEdited By: Published: Tue, 29 Dec 2020 04:22 PM (IST)Updated: Tue, 29 Dec 2020 04:22 PM (IST)
खगडिय़ा के तीन लाख 91 हजार गाय-भैंसों का बनेगा आधार कार्ड, पशुपालक होंगे लाभान्वित
जिला को उपलब्ध कराए गए तीन लाख 88 हजार इयर टैग

जागरण संवाददाता, खगडिय़ा। अब आदमी की तरह ही गाय व भैंसों का आधार कार्ड बनेगा। मवेशियों का आधार कार्ड बनाने को लेकर किए गए सर्वेक्षण में पाया गया है कि जिले के सात प्रखंडों के 129 पंचायतों में तीन लाख 91 हजार गाय भैंस हैं। आधार कार्ड बनाने को लेकर कई दिनों से अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत संबंधित पशु को कान में इयर टैग लगाया जाता है। इयर टैग लॉक हो जाता है, जिसे बिना कान काटे नहीं खोला जा सकेगा। इयर टैग में आदमी के आधार कार्ड की तरह ही 12 अंक का डिजिटल अंक होगा।

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सरकारी फाइल में होगा लेखा जोखा

इसका लेखा-जोखा सरकारी फाइल में होगा। अब उन्हीं पशुपालकों को पशु से संबंधित सरकारी योजनाओं का लाभ मिलेगा, जिसका आधार कार्ड बन गया है। अब तक जिले को तीन लाख 88 हजार इयर टैग उपलब्ध कराया गया है। अभियान को धरातल पर उतारने को लेकर जिला पशुपालन विभाग सक्रिय है। गांवों में इसको लेकर नीजि स्तर पर लोगों को प्रतिनियुक्त किया गया है। इसे पशु पहचान पत्र भी कहा जाएगा। पशुपालकों को यह भी लाभ होगा कि यदि उनकी गाय- भैंस चोरी हो जाती है, तो वे आसानी से उसकी पहचान आधार कार्ड के नंबर से कर सकेंगे।

क्या-क्या मिलेगा लाभ

आपदा के समय सरकारी स्तर पर चारा उपलब्ध कराने में प्रशासन को आसानी होगी। इससे संबंधित सभी सरकारी योजनाओं का लाभ उपलब्ध हो सकेगा। इस कार्ड पर कीड़ा मरने की दवा दी जाएगी। लंगड़ी बीमारी होने पर दो बार साल में टीकाकरण किया जा सकेगा। भजहा से बचाव को लेकर भी मवेशी का टीकाकरण किया जाएगा। आपदा के समय यदि पशु की मौत हो जाती है, तो पशुपालक को मुआवजा का भी प्रावधान है।

क्‍या कहते हैं प्रखंड चिकित्‍सा पदाधिकारी

प्रखंड चिकित्‍सा पदाधिकारी डॉ- विनोद कुमार सिंह ने कहा कि घर-घर जाकर पशुओं को इयर टैग लगाए जा रहे हैं। कोई पशु छूटे नहीं, इसको लेकर आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। जल्द ही इस अभियान को पूरा कर लिया जाएगा।


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