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न बजा बैंड, न कन्यादान व घूंघट, बस 20 मिनट में एक-दूजे के हुए दीपक और सोनी Araria News

अररिया में एक अनोखी शादी हुई। इस शादी की चर्चा पूरे राज्‍य में है। शादी के माध्‍यम से आदर्श समाज की स्‍थापना करने की प्रेरणा मिली। वहीं दहेज प्रथा का विरोध हुआ।

By Dilip ShuklaEdited By: Published: Wed, 05 Feb 2020 08:50 AM (IST)Updated: Wed, 05 Feb 2020 08:50 AM (IST)
न बजा बैंड, न कन्यादान व घूंघट, बस 20 मिनट में एक-दूजे के हुए दीपक और सोनी Araria News
न बजा बैंड, न कन्यादान व घूंघट, बस 20 मिनट में एक-दूजे के हुए दीपक और सोनी Araria News

अररिया, जेएनएन। जिले के सिकटी प्रखंड के उफरैल चौक के समीप सोमवार की रात अनूठी शादी क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। इस शादी में न घूंघट न कन्यादान की रस्म अदायगी हुई। बस 20 मिनट में एक दूसरे के हो गए दीपक कुमार व सोनी कुमारी। शादी के पूर्व सर्वधर्म प्रार्थना हुआ और इसके बाद मांग भरने की रस्म पंडित अनिल पासवान पूरी कराई।

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इस दौरान मजदूर- किसान भगवान की जय व मालिक नहीं साथी चाहिए के नारे भी उपस्थित महिलाओं ने लगाई गई। अररिया आरएस निवासी पंडित अनिल कुमार पासवान ने बताया कि शादी की शुरूआत सर्वधर्म प्रार्थना से की गई।

हुए कई स्थानीय विध

इसमें धान कुटाई, लावा परछा व स्थानीय विध हुए। लड़का और लड़की की मालाफेरी हुई। मालाफेरी के बाद लड़का को मंडप में लाया गया। लड़की भी बिना घूंघट की शामिल हुई।

खरीद बिक्री जानवरों की होती है इंसानों की नहीं

दूल्हन सोनी ने कहा कि बहुत सारे दकियानूसी रीति रिवाज है, इससे आज निजात पाने की जरुरत है। दहेज दोनों पक्ष के लोगों को प्रभावित करता है। दहेज को लेकर मेरी सोच है कि खरीद बिक्री जानवरों कि होती है इंसानों की नहीं। दूल्हा दीपक ने बताया कि सिर्फ दहेज के लिए लड़कियों को कोख में ही मार दिया जाता है। जन जागरण शक्ति संगठन का यह पहल समाज को एक नई राह दिखा रहा है।

वरपक्ष ने दान में लिया मात्र एक रुपया

दान के नाम पर वरपक्ष की तरफ से नारियल पर रखा एक रुपया लिया गया। शादी में किसी तरह की फिजूल खर्च नहीं हुई। संगठन की महासचिव कमायनी स्वामी ने बताया कि उनका संगठन मजदूरों के हित के लिए कार्य करती है। सचिव दीपनारायण पासवान व सक्रिय सदस्य राधा देवी की पुत्री सोनी व साहसमल वार्ड 12 डिमहिया गांव के सुधीर पासवान के पुत्र दीपक की शादी तय हुई। उनलोगों ने फैसला किया कि शादी बराबरी की और इसमें किसी तरह का कोई आंडबर नहीं होगा।

स्थानीय विधि का मानते हुए इस विवाह के जरिए उंच-नीच, जाति धर्म को तोड़कर दोनों पक्ष के लोग समाज का सही संदेश देंगे। समाज में बिना दहेज के इस तरह की शादी समाज में लोगों के लिए आदर्श बने। संगठन की ओर से इस तर के अबतक आधा दर्जन शादी कराई गई है।

मौके पर संगठन कामायनी स्वामी, संयुक्त सचिव अररिया आशीष रंजन झा, प्रखंड सहयोगी सोहीनी, अमर मेहता, स्वास्थ्य कार्यकर्ता कल्याणी, सचिव शिव नारायण, भोजपुर से आई आशा देवी, सदस्य अभिमन्यु, तन्मय, डोली कुमारी, श्यामदेव पासवान, रामप्रीत पासवान, रम्भा देवी, मंजू देवी, उषा देवी व अन्य लोग थे।


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