सुपौल में खीर खाने से एक दर्जन लोग बीमार, कई गंभीर, मृत्यु भोज के लिए बना था खीर
सुपौल में मृत्यु भोज खाने से एक दर्जन से ज्यादा लोग बीमार हो गए। इसमें कई गंभीर हैं। अस्पताल में इलाज चल रहा है। सदानंदपुर वार्ड नंबर दो की वार्ड सदस्य बनीता देवी के ससुर जगदीश राम का निधन के बाद मृत्यु भोज में शामिल होने गए थे सभी।
सुपौल, जेएनएन। सरायगढ़ भपटियाही प्रखंड के सदानंदपुर वार्ड नंबर दो में सोमवार की सुबह मृत्यु भोज का बचा खीर खाने से एक दर्जन से अधिक लोग बीमार हो गए। बीमार होने वालों में अधिकांश बच्चे हैं। बीमार बच्चों तथा अन्य लोगों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सरायगढ़ भपटियाही लाया गया जहां दो की स्थिति गंभीर देखते हुए उसे सुपौल सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया।
अस्पताल में अपने बच्चों का इलाज करा रहे लोगों ने बताया कि सदानंदपुर वार्ड नंबर दो की वार्ड सदस्य बनीता देवी के ससुर जगदीश राम का निधन हो गया था। रविवार को भोज हुआ और लोग भोज खाकर घर चले गए। लोगों के खाने के बाद खीर और सब्जी बच गई। घर वालों ने सोमवार के सुबह टोले-मोहल्ले के बच्चों को बुलाकर बासी खीर पूड़ी खिलाया। खीर पूड़ी खाने के कुछ ही देर बाद अधिकांश बच्चों को उल्टी होने लगी। बच्चों के माता-पिता बच्चों को लेकर अस्पताल पहुंचे। बीमार बच्चों में सलिता कुमारी (4) संगीता कुमारी (3) गीता कुमारी (7) अमित कुमार (4) सरिता कुमारी (5) संतोष कुमार (2) सौरभ कुमार (2) पिंकी कुमारी (6) सुशील कुमार (16) सुमित्रा देवी (40) शामिल हैं। प्राथमिक उपचार के बाद डॉ मुसीम राजा और डॉ पंकज कुमार मिश्रा ने बताया कि जो भी लोग बीमार हुए हैं वह सभी फूड प्वाइजनिंग के शिकार हुए हैं।
स्पताल में मरीजों को नहीं मिली दवा और नहीं थी एंबुलेंस
फूड प्वाइजनिंग के शिकार जिन बच्चों को सुपौल सदर अस्पताल के लिए रेफर किया गया वे एंबुलेंस के अभाव में समय से अस्पताल नहीं जा सके। मरीज के स्वजन ने बताया कि अस्पताल में एंबुलेंस नहीं है जिस कारण सुपौल ले जाने में कठिनाई हो रही है। पूछने पर स्वास्थ्य प्रबंधक मो. मिन्नतुल्लाह ने बताया कि एक एंबुलेंस खराब है तथा दूसरा त्रिवेणीगंज गया है।
प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. रामनिवास प्रसाद ने कहा कि फूड प्वाइजनिंग के चलते बच्चे बीमार हुए हैं। उन्होंने कहा कि जितने बच्चे तथा लोगों को अस्पताल लाया गया उनका इलाज चल रहा है। दो बच्चे को सुपौल के लिए रेफर किया गया है। समाचार प्रेषण तक अस्पताल में एंबुलेंस नहीं पहुंचा था और मरीजों के स्वजन कोहराम मचा रहे थे।