स्कूलों में नामांकित 75 फीसद बच्चों को ही मिलेगी पुस्तक क्रय की राशि
छात्र-छात्राओं को नियमानुकूल राशि उपलब्ध कराए जाने के बाद एक से 15 मई तक पुस्तक क्रय पखवाड़ा मनाया जाएगा। जिसमें बच्चे पुस्तकों का क्रय कर पाएंगे।
भागलपुर। सरकारी प्रारंभिक विद्यालयों में नामांकित छात्र-छात्राओं को चालू सत्र 2018-19 में पुस्तक क्रय के लिए डीबीटी के माध्यम से राशि उपलब्ध कराई जाएगी। राज्य सरकार के अनुरोध पर केंद्रीय मानव संसाधन विभाग ने इसकी हरी झंडी दे दी है। छात्र-छात्राओं को नियमानुकूल राशि उपलब्ध कराए जाने के बाद एक से 15 मई तक पुस्तक क्रय पखवाड़ा मनाया जाएगा। जिसमें बच्चे पुस्तकों का क्रय कर पाएंगे। इसकी औचक जांच कई स्तरों पर होगी।
आवंटित होगी 80 फीसद राशि
राज्य सरकार ने प्रत्येक जिले को अनुमानित नामांकन के विरुद्ध 80 फीसद राशि आवंटित करने का फैसला लिया है। डीईओ को यह भी निर्देशित है कि आवंटित राशि का पांच फीसद रक्षित कर नामांकन की 75 फीसद राशि विद्यालय शिक्षा समिति को उपलब्ध कराएं।
कक्षा एक के विद्यार्थियों का नामांकन होते ही खाता विवरणी प्राप्त कर विद्यालय शिक्षा समिति द्वारा उसके खाते में अविलंब राशि डीबीटी के माध्यम से हस्तांतरित कर दी जाएगी। वहीं वर्ग दो से आठ तक के छात्र-छात्राओं को 30 अप्रैल 2018 तक न्यूनतम 50 फीसद उपस्थिति सुनिश्चित करना होगा तभी वे पुस्तक क्रय की राशि के हकदार होंगे। इसके उपरांत भी जैसे-जैसे विद्यार्थी अपनी उपस्थिति 50 फीसद दर्ज कराते जाएंगे उन्हें पुस्तक क्रय की राशि डीबीटी के माध्यम से देय होगी। यह प्रक्रिया मई 2018 तक जारी रखी जाएगी।
वर्ग वार राशि
प्रथम वर्ग - 120 रुपये
द्वितीय वर्ग - 135 रुपये
तृतीय वर्ग - 135 रुपये
चतुर्थ वर्ग - 155 रुपये
पंचम वर्ग - 125 रुपये
पष्ठ वर्ग - 150 रुपये
सप्तम वर्ग - 310 रुपये
अष्टम वर्ग - 295 रुपये
लेखन सामग्रियों का क्रय
शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव आरके महाजन ने कहा कि पुस्तक क्रय के लिए आवंटित राशि में से जो राशि विद्यार्थियों के पास रह जाएगी, उससे वे अपनी लेखन सामग्रियों का भी क्रय कर पाएंगे।
जुलाई में देना होगा उपलब्ध प्रमाण पत्र
सभी डीईओ को यह भी निर्देश दिया गया है कि जुलाई 2018 तक हर हाल में सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी को यह प्रमाण पत्र बिहार शिक्षा परियोजना परिषद् को देना होगा।
जिले में करीब छह लाख बच्चे हैं नामांकित
भागलपुर जिले के प्रारंभिक विद्यालयों में करीब छह लाख बच्चे नामांकित हैं। इसमें से 75 फीसद बच्चों को पुस्तक उपलब्ध कराई जाएगी। सरकार यह मानती है कि नामांकित बच्चों में औसतन 75 फीसद की ही स्कूलों में उपस्थिति होती है। हालांकि अब तक पुस्तक क्रय की राशि सरकार द्वारा जिलों को आवंटित नहीं की जा सकी है।