कोरोना संक्रमित शव के दाह संस्कार के लिए मांगे 40 हजार रुपये, पैसे के लिए अक्सर होता है विवाद
जेएलएनएमसीएच में लखीसराय के एक मरीज की मौत हो गई है। उसे दाह संस्कार के लिए भागलपुर शवदाह गृह लाया गया। जहां दाह संस्कार के बदले 40 हजार रुपये मांगे गए।
भागलपुर, जेएनएन। बरारी स्थित विद्युत शवदाह गृह में कोरोना संक्रमित शव के दाह संस्कार के लिए सोमवार की देर रात 40 हजार रुपये मांगने का मामला प्रकाश में आया है। इसको लेकर श्मशान घाट पर करीब ढाई बजे रात तक खूब हंगामा होता रहा।
दरअसल, सोमवार की रात लगभग साढ़े 11 बजे लखीसराय के लोग जवाहर लाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल (जेएलएनएमसीएच) से कोरोना संक्रमित शव को लेकर बरारी श्मशान घाट पहुंचे। इसी बीच विद्युत शवदाह गृह के बाहर छह-सात की संख्या में दाह संस्कार कराने वाले पहुंच गए और पैसे की मांग करने लगे। स्वजनों ने जब विरोध किया तो वे लोग मारपीट पर उतारू हो गए। इस दौरान दोनों ओर से हल्की झड़प भी हुई। करीब ढाई बजे शव का दाह संस्कार हो सका।
पहले भी हो चुका है विवाद
दाह संस्कार कराने वालों की ओर से मनमाना पैसा मांगे जाने का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी कई बार इस तरह के मामले सामने आ चुके हैं। नगर निगम की ओर से यहां सुरक्षा गार्ड तैनात करने की मांग की जा चुकी है। लेकिन, अब तक ऐसी व्यवस्था नहीं हो सकी।
सोमवार से चालू हुआ विद्युत शवदाह गृह
विद्युत शवदाह के कर्मी राहुल कुमार ने बताया कि प्रति दिन रात नौ बजे के बाद कोरोना संक्रमित का शव अस्पताल से यहां पर पहुंचता है। नगर निगम की ओर से कोई शुल्क नहीं लिया जाता है। लेकिन, घाट पर रहने वाले दाह संस्कार कराने वाले शव देखते ही विद्युत शवदाह गृह के बाहर पहुंच जाते हैं और मनमाने तरीके से पैसे की वसूली करने लगते हैं। कुछ दिन पहले जबरन राख से सोना व चांदी खोजने विद्युत शवदाह गृह में प्रवेश कर गए थे। इस प्रकार की हरकत की यहां के कर्मचारियों ने शिकायत भी की है। लेकिन अक्सर इसी तरह का मामला सामने आ जाता है। दाह संस्कार के दौरान अक्सर विवाद होते रहते हैं।