Birju Maharaj passed away: पैरों में बंधे घुंघरू की आवाज जिसने देखी व सुनी वही मंत्र-मुग्ध हो गए, 1963 में आए थे भागलपुर
Birju Maharaj passed away 1963 में भागलपुर के नवयुग विद्यालय में कार्यक्रम प्रस्तुत किए थे बिरजू महाराज। आयुक्त के सचिव मुरारी प्रसाद ने रुचि लेकर करवाया था कार्यक्रम। उनके निधन की सूचना पर भागलपुर में शोक की लहर है।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। पंडित बिरजू महाराज के पैरों में बंधे घुंघरू की आवाज जिसने देखी और सुनी वहीं मंत्र-मुग्ध हो गए थे। तालियों की आवाज से पूरा पंडाल गूंज उठा था। कार्यक्रम की चर्चा कई वर्षों तक शहर की गलियों में होती रही थी। पंडित बिरजू महाराज जनवरी 1963 में कार्यक्रम प्रस्तुत करने के लिए भागलपुर आए थे। जब पैरों में घुंघरुओं को बांध नवयुग विद्यालय में खूब नाचे थे पंडित बिरजू महाराज तो तालियों की गडग़ड़ाहट से पूरा पंडाल गूंज उठा था।
सेवानिवृत्त बैंक प्रबंधक गिरीधारी लाल जोशी ने बताया कि वे कला, संस्कृति का अपने आप में केंद्र थे। उनकी कला को मैंने भी देखा है। यह 1963 की सर्द रात जनवरी की बात है। मैं अपने पिता बनवारी लाल जोशी के साथ कार्यक्रम देखने गए थे। संगीत का यह कार्यक्रम भागलपुर के आयुक्त के सचिव मुरारी प्रसाद सिंह ने रुचि लेकर करवाया था। उसमें कथक नाच मुख्य था। गिरिजा देवी, सितार वादक शारदा देवी भी आई थी। पंडित बिरजू महाराज की आंखें और आंखों के इशारे पर उनके पैरों में बंधे घुंघरू की आवाज जिसने देखी सुनी वही मंत्र मुग्ध हो गए। उनके घुंघरू और नाच और नाच पर नाचती आंखें और थिरकते पांव मेरे जेहन में आज भी बसे हैं।
कार्यक्रम का आयोजन नवयुग विद्यालय के सचिव हरिशंकर महेसका सहित अन्य सामाजिक कार्यकर्ता और प्रशासनिक अधिकारियों ने मिलकर कराया था। कार्ड पर लोगों को आमंत्रित किया गया था। उनके निधन से देश का एक अनमोल सितारा टूट गया।
पद्मविभूषण बिरजू महाराज के निधन पर भाजपा कला संस्कृति प्रकोष्ठ की प्रदेश प्रवक्ता ने कृष्णा कलायन कला केंद्र में उन्हें श्रद्धांजलि दी और संगीत जगत में उनके अविस्मरणीय योगदान को याद किया। साथ ही 2016 में पटना निनाद द्वारा आयोजित सात दिवसीय कत्थक कार्यशाला का स्मरण किया, जिसका प्रशिक्षण बिरजू महाराज के सानिध्य में हुआ था। श्रद्धांजलि सभा में निदेशक श्वेता सुमन, छाया पांडेय, सितार गुरु प्रवीर, संतोष साह, इंदु भूषण झा, प्रणब दास, राज किशोर गुप्ता कसोधन, आशीष गुप्ता आदि शामिल होकर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। भारतीय जनता पार्टी के भागलपुर जिलाध्यक्ष रोहित पांडेय ने बिरजू महाराज के निधन पर शोक जताया है।
कत्थक सम्राट के निधन पर कला प्रेमियों में शोक
कत्थक सम्राट पद्मविभूषण बिरजू महाराज के निधन पर भागलपुर में भी कला प्रेमियों में शोक की लहर दौड़ गई है। सोमवार को कृष्णा कलायन कला केंद्र में स्व. महाराज के लिए श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। निदेशक सह भाजपा कला संस्कृति प्रकोष्ठ की प्रदेश प्रवक्ता श्वेता सुमन ने कहा कि यह विश्व के लिए अपूरणीय क्षति है। नृत्य एवं संगीत जगत में उनकी अविस्मरणीय योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा।
उन्होंने कहा कि 2016 में पटना निनाद द्वारा आयोजित सात दिवसीय कत्थक कार्यशाला में महाराज का सानिध्य प्राप्त हुआ था। उनके सानिध्य में ही प्रशिक्षक प्राप्त करने का सौभाग्य मिला उन्होंने कहा कि जो भी महाराज से मिलता था, उनसे आत्मीय रूप में जुड़ जाता है। श्रद्धांजलि सभा में स्व. बिरजू महाराज के चित्र पर पुष्प अर्पित किया।
बिरजू महाराज को कलाकारों ने दी श्रद्धांजलि
कत्थक सम्राट बिरजू महाराज के निधन पर नृत्यम कला संस्थान ने सोमवार को श्रद्धांजलि अर्पित किया है। निदेशक निखिल पांडेय ने कहा कि कला और संस्कृति जगत के लिए महाराज का निधन अपूरणीय क्षति है। वे एक महान कथाकार खो दिया। संस्थान के बच्चों ने मोमबत्ती जलाकर श्रद्धांजलि दिया। इस मौके पर अभिलाषा कुमारी, साइसा कुमारी, सोनी वर्मा, आरव, लकी, वाणी, शुभ, शालिनी साह, दीशू कुमारी आदि मौजूद थे। वहीं, गायक रवि शंकर रवि और आकाशवणी भागलपुर के वरीय उद्घोषक डा विजय कुमार मिश्र 'विरजू भाई' ने भी उन्हें श्रद्धांजलि दी।