BAU : ...और जाते-जाते कुलपति पर लग गया यह गंभीर आरोप, जानिए
Bihar Agricultural University Sabour सेवानिवृत्ति के दिन इस विवि के कुलपति प्रो डॉ अजय कुमार सिंह पर गंभीर आरोप लग गए। पीएचडी में छठी रैंक लाने वाले को नहीं दिया गया एनओसी सातवीं का हो गया नामांकन। कुलपति के रिश्तेदार बताए जाते हैं सातवीं रैंक लाने वाले कुणाल आनंद।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। सबौर कृषि विश्वविद्यालय में पीएचडी की प्रवेश परीक्षा में धांधली का मामला सामने आया है। कुलपति डॉ. अजय कुमार सिंह पर आरोप है कि उन्होंने अपने रिश्तेदार को मेधा सूची में निचले पायदान पर आने के बाद भी पीएचडी में नामांकन के लिए विश्वविद्यालय से अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) दे दिया।
दिलचस्प बात यह है कि आरोपों से संबंधित एक नोट बीएयू के ऑफिशियल फेसबुक पेज पर मंगलवार की सुबह अपलोड की गई। लिखा है कि बीएयू के कर्मी सक्षम कुमार ने 29 नवंबर 2020 को बागवानी विभाग से पीएचडी के लिए प्रवेश परीक्षा दी थी। उन्हें छठा रैंक आया था। सातवें रैंक पर कुणाल आनंद (आरोपों के मुताबिक कुलपति के रिश्तेदार) रहे थे। चार सीटों के लिए परीक्षा आयोजित हुई थी। काउंसिलिंग की तिथि 30 दिसंबर 2020 को तय थी। तीन सीटों पर चयनित परीक्षार्थियों का नामांकन हो गया, लेकिन अंतिम सीट पर नामांकन का मामला फंस गया।
एआइएएसए ने भी कुलसचिव को मेल से भेजी शिकायत
इस सीट पर नियमों के मुताबिक छठी रैंक वाले सक्षम कुमार सिन्हा का नामांकन होना था, लेकिन कुलपति ने उन्हें इसके लिए एनओसी नहीं दिया। इस वजह से सक्षम कुमार नामांकन से वंचित रह गए। जबकि सातवीं रैंक पर आए कुणाल आनंद को कुलपति ने एनओसी दे दिया। मंगलवार को नामांकन भी हो गया। इस मामले में ऑल इंडिया एग्रीकल्चर स्टूडेंट एसोसिएशन (एआइएएसए) ने भी बीएयू के कुलसचिव को मेल से शिकायत भेजी है। एसोसिएशन का कहना है कि यदि न्याय नहीं मिला तो कानूनी सहारा लिया जाएगा।
मेरे ऊपर लगाए गए आरोप बेबुनियाद हैं। जहां तक बीएयू के ऑफिशियल फेसबुक पेज पर मामले को अपडेट करने की बात है तो इसकी जानकारी मिली है। वो पेज बीएयू का नहीं है। इसके लिए साइबर क्राइम के तहत मामला दर्ज कराने की बात चल रही है। - डॉ. अजय कुमार सिंह, कुलपति बिहार कृषि विश्वविद्यालय
यहां बता दें कि बिहार कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो डॉ अजय कुमार सिंह 13 जनवरी 2021 को सेवानिवृत हुए। 15 जनवरी से इस विवि के प्रभारी कुलपति डॉ.रविन्द्र कुमार सोहाने होंगे। वे अभी यहां के प्रसार शिक्षा निदेशक हैं। उन्हें ही कुलपति के अतिरिक्त प्रभार राज्यपाल सह कुलाधिपति ने दिया है।