kathir news : कैश क्रेडिट के इंतजार में पैक्स, 13 सौ के भाव से बिक रहे धान
kathir news कटिहार के धान उत्पादक किसान इस बार भी आर्थिक मार झेल रहे हैं। सरकार द्वारा निर्धारित 1868 रुपये प्रति क्विंटल की जगह 12 से 13 सौ रुपये प्रति क्विंटल की दर से वे धान को बेच रहे हैं।
कटिहार, जेएनएन। हसनगंज प्रखंड क्षेत्र में पैक्स अध्यक्ष कैश क्रेडिट होने का इंतजार कर रहे हैं। इधर आर्थिक लाचारी में किसान बाजार में 13 रुपये क्विंटल के भाव से धान बेचने को मजबूर हैं। अधिकांश किसानों के धान बाजार पहुंच चुके हैं। जाहिर तौर पर सरकार द्वारा निर्धारित 1868 रुपये प्रति क्विंटल की दर से ऐसे किसान वंचित रह जाएंगे। इसको लेकर किसानों में काफी रोष भी है और किसानों ने सरकार की इस व्यवस्था पर सीधा सवाल उठाया है।
किसान औने पौने भाव में अपनी गाढ़ी मेहनत से उपजाए धान को बिचौलिए के हांथों बिक्री करने को विवश हैं। पैक्स अभी तक धान खरीद की तैयारी में ही जुटी हुई है। किसानों की विवशता है कि रबी की फसल लगाने के लिए सरकारी दर से करीब छह से सात सौ रुपए कम में अपनी धान की बिक्री कर देते हैं। जाहिर तौर पर अब धान खरीद के नाम पर बस खानापूर्ति होनी है। क्षेत्र में रबी फसल की बोआई को लेकर अक्टूबर माह से ही धान की कटाई शुरू हो जाती है। नवंबर माह तक लगभग धान तैयार हो जाता है। पांच पंचायत के हसनगंज प्रखंड में पैक्स के माध्यम से अभी तक धान की खरीद शुरू नही की गई है। वहीं प्रखंड क्षेत्र में मात्र एक पैक्स गोदाम है,वह भी जर्जर स्थिति में है। जगरनाथपुर पंचायत के किसान सुरेश मंडल,शैलेन्द्र झा,परमानंद मंडल,राजकिशोर,रजनीति ठाकुर,सुबोध ङ्क्षसह,पिन्टू मंडल,शमीम आदि किसानों ने बताया कि सरकार द्वारा धान खरीद का हर बार आदेश तो दिया जाता है लेकिन प्रक्रिया पूरा होने के पूर्व अधिकांश किसान रबी फसल की बोआई व कर्ज चुकाने की विवशता की वजह से धान बाजार में बेच लेते हैं। शुरू में एक हजार रुपया ङ्क्षक्वटल की दर से घर पर ही धान उन लोगों ने बेचा। अब साढ़े 11 सौ से 13 सौ रुपया ङ्क्षक्वटल की दर से धान बेच रहे हैं।
क्या कहते हैं पैक्स अध्यक्ष
रामपुर पैक्स अध्यक्ष सूर्यमोहन झा उर्फ पप्पू झा, कालसर पैक्स अध्यक्ष दुर्गानंद ठाकुर, जगरनाथपुर पैक्स अध्यक्ष राधा उरांव व बलुआ पंचायत के पैक्स अध्यक्ष बीरेंद्र कुमार मंडल ने बताया कि धान खरीद के लिए प्रस्ताव बनाकर जिला को दे दिया गया है। अभी तक कैश क्रेडिट नहीं होने की वजह से धान खरीदारी शुरू नहीं की जा सकी है।
क्या कहते हैं अधिकारी
प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी नवीन कुमार ने कहा कि धान खरीद की सभी प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। सिर्फ कैश क्रेडिट नहीं हुआ है। कैश क्रेडिट होते ही धान की खरीदारी शुरू हो जाएगी।