बरसात में पत्तेदार सब्जियों से करें परहेज, उबाल कर पीएं पानी
दैनिक जागरण के लोकप्रिय कार्यक्रम हेलो डॉक्टर में रविवार को सदर अस्पताल में चिकित्सा प्रभारी आयुर्वेदिक डॉ. अमित कुमार शर्मा ने फोन के माध्यम से पाठकों के सवालों का समाधान किया।
भागलपुर। दैनिक जागरण के लोकप्रिय कार्यक्रम 'हेलो डॉक्टर' में रविवार को सदर अस्पताल में चिकित्सा प्रभारी आयुर्वेदिक डॉ. अमित कुमार शर्मा ने फोन के माध्यम से पाठकों के सवालों का समाधान किया। उन्होंने कहा कि अभी कोरोना संक्रमण से लोग परेशान हैं। साथ ही बरसात का मौसम भी है। इसलिए पत्तेदार सब्जियों को खाने से परहेज करना चाहिए, क्योंकि उसमें बैक्टीरिया या कीड़े होने की आशंका ज्यादा रहती है। इस मौसम में सुपाच्य भोजन करना चाहिए। मांसाहारी भोजन करने से कब्ज हो सकता है। पानी उबाल कर ठंडा कर पीएं। सुबह में एक बार हल्का गर्म पानी पीने से सर्दी-खांसी में राहत मिलती है, लेकिन बार-बार गर्म पानी पीने से गैस्टिक होने की संभावना रहती है। जो भी फल या सब्जियां घर में लाएं उसे अच्छी तरह पानी से साफ कर लें। इसलिए कि पता नहीं फल और सब्जियां किन हाथों से गुजरी होंगी। इसके अलावा बाहर की खाद्य सामग्री भी नहीं खानी चाहिए। घर का बना हुआ भोजन करें, ज्यादा सुरक्षित रहेंगे। उन्होंने कहा कि मास्क उन्हें लगाना आवश्यक है जो कोरोना पॉजिटिव हैं। अगर प्रत्येक व्यक्ति मास्क लगाएगा तो सांस लेने में परेशानी होती है और शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा कम और कार्बन डायऑक्साइड की मात्रा बढ़ने लगती है। इससे शरीर में बैक्टीरियल संक्रमण बढ़ने की आशंका रहती है। साबुन का प्रयोग ज्यादा करें। यह सैनिटाइजर से ज्यादा प्रभावी है। साथ ही सैनिटाइजर के ज्यादा उपयोग से त्वचा में संक्रमण होने की आशंका रहती है।
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प्रश्न : पेट खराब रहता है। क्या हल्दी-दूध पीने से लाभ होगा?
प्रमोद, हवाई अड्डा
हल्दी एंटीबायोटिक का काम करता है। वसायुक्त भोजन से परहेज करें। रिफाइन तेल का उपयोग नहीं करें। बरसात के मौसम में मांस-मछली नहीं खाएं। पपीता खाने से लीवर भी स्वस्थ रहता है और अगर सूजन है तो उसे भी कम करता है।
प्रश्न : कोरोना वायरस से बचने के लिए क्या उपाय करें।
विश्वजीत घोष, मिल्की
बाजार की सामग्री नहीं खाएं, इससे फ्लू होने की आशंका रहती है। पत्तेदार सब्जियां बरसात के मौसम में नहीं खाएं। जब भी बाहर से घर आएं हाथों को साबुन से धोना नहीं भूलें। बाजार की सामग्री खाने से बिल्कुल परहेज करें। प्रश्न : कब्ज रहता है और शरीर में आए दिन दर्द होता है।
विनोद, बिहपुर
दो-तीन प्रकार की सब्जी खाएं। फल जरूर खाएं। इससे कब्ज दूर होगा। खानपान में गड़बड़ी की वजह से कब्ज होता है। अगर सर्दी-खांसी नहीं है तो केला खाएं। प्रश्न : मेरी उम्र 15 वर्ष है। बरसात के मौसम में सर्दी-खांसी ज्यादा होती है। क्या करें।
विश्वजीत कुमार, राधोपुर
चावल कम खाएं, ठंडा भोजन नहीं करें। फ्रिज का पानी नहीं पीएं। बरसात में भींगने से भी सर्दी-खांसी होती है। कच्चा पपीता खाएं। प्रश्न : मेरी उम्र 18 वर्ष है। चेहरे पर छोटे-छोटे दाने निकल गए हैं।
किशोर कुमार, भागलपुर
तैरीय पदार्थ और फास्ट फूड खाने से कब्जियत होती है। मुंहासे निकलते हैं। घर का बना शुद्ध भोजन करना चाहिए। केसर गुग्गुल और कचनार गुग्गुल की गोली हल्का गर्म पानी के साथ खाने से कब्ज दूर होगा। इससे दाने निकलने भी बंद हो जाएंगे। प्रश्न : पूरे शरीर में खुजली है, बार-बार होती है।
अशर्फी, लालबाग
बरसात के मौसम में एलर्जी की वजह से खुजली होती है। कच्चू, ओल, मछली, बैंगन और इमली नहीं खाएं। महामरिच का तेल पूरे शरीर में लगाएं। कब्ज नहीं रहे इसके लिए रात में त्रिफला चूर्ण, पंच निम्वादी चूर्ण एक-एक चम्मच सुबह-शाम लें। प्रश्न : सर्दी आए दिन हो जाती है। सायनस भी है।
विनोद मंडल, बुद्धुचक
ठंड और ठंडी हवा से बचें, ठंडा पानी नहीं पीएं। चावल, केला, दही नहीं खाएं। दिन में नहीं सोएं। लक्ष्मी तिलसरस नारदीय गोली शहद के साथ खाएं। प्रश्न : खाना खाने के बाद छाती के बीच में हल्का दर्द होने लगता है। गैस्टिक भी है। सिर के पिछले हिस्से में दर्द होता है।
सिकंदर, उर्दू बाजार
शाकाहारी भोजन करें। चावल नहीं खाएं। रोटी, हरी सब्जी, बथुआ का साग खाएं। चिकित्सक की सलाह से आयुर्वेदिक दवा लें, गैस्टिक से छुटकारा मिलेगा। प्रश्न : मेरी उम्र 25 वर्ष है। पांच से 10 मिनट बैठने से पैर में अकड़न होने लगती है। ऐसा तीन माह से हो रहा है।
बबलु कुमार, अकबरनगर
मांसपेशियों की कमजोरी की वजह से ऐसा हो रहा है। पौष्टिक आहार लें। अश्वगंधा चूर्ण एक चम्मच हल्का गर्म दूध के साथ सेवन करें।