लापरवाही की हद: होटल में प्यास लगी तो ग्राहक ने मांगा पानी, पीने के लिए दे दिया तेजाब Bhagalpur News
बिहार के भागलपुर में एक होटल में पानी के बदले तेजाब दे दिया गया। इसे पीने से ग्राहक की हालत गंभीर है। चिकित्सकों ने कहा है कि उसके मुंह से लेकर फेफड़े तक काफी नुकसान हुआ है।
भागलपुर [जेएनएन]। होटल में प्यास लगी तो ग्राहक ने पानी मांगा। लेकिन उसे पीने के लिए तेजाब की बोतल दे दी। भागलपुर के कोतवाली इलाके के एमपी द्विवेदी रोड (मस्जिद गली) स्थित होटल संस्कार में वहां के कर्मी की यह लापरवाही एक युवक पर भारी पड़ गई। हादसा भागलपुर के ही पीरपैंती के इशीपुर बाराहाट निवासी रंधीर कुमार के साथ हुआ। उसे स्थानीय मायागंज अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन गंभीर स्थिति देखते हुए सिलीगुड़ी रेफर कर दिया गया है।
इस मामले में रंधीर की मां सरिता देवी ने कोतवाली में होटल संचालक और मैनेजर के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया है। उन्होंने कहा कि उनके पति राजकुमार बिहारी को पैरालाइसिस अटैक हुआ था। भागलपुर में इलाज करा रही थीं। कुछ सुधार होने पर जांच के लिए बच्चों को लेकर होटल के कमरा नंबर 101 में 14 सितंबर से रुकी थीं।
तीसरे पहर उनके बेटे रंधीर को प्यास लगी। काफी बुलाने पर भी कोई कर्मी नहीं आया। तब भतीजा पवन काउंटर पर गया। वहां भी काफी आवाज लगाने पर मैनेजर नहीं मिला। कुछ देर बाद मैनेजर ने आवाज लगाई कि काउंटर के नीचे पीने का पानी है। यह सुन पवन ने एक बोतल उठा लिया, जिसमें पानी जैसा तरल था। उसने पानी लेकर जाकर रंधीर को दे दिया।
रंधीर ने जैसे ही बोतल खोलकर वह तरल पदार्थ मुंह में लिया, चारों और अचानक धुंआ फैल गया। वह जोर-जोर से चिल्लाने लगा। बोतल में पानी की जगह तेजाब था। उसे तत्काल अस्पताल ले जाया गया। चिकित्सकों ने कहा कि उसके मुंह से लेकर फेफड़े तक काफी नुकसान हुआ है। अंदरुनी भाग 90 प्रतिशत तक झुलसने की बात कही।
पुलिस मामले की जांच के लिए होटल गई। वहां जानकारी मिली कि होटल संचालक ने काउंटर के नीचे पानी के साथ ही तेजाब रख दिया था। अब सवाल यह भी है कि तेजाब वहां क्यों रखा गया और इसकी खरीदारी कैसे हुई?