आखिर पुलिस को audio देने पीछे क्यों हटी महिला, जानिए पूरी कहानी Bhagalpur News
कोतवाली इलाके की एक महिला ने चार फरवरी 2019 को एक महिला ने अपने पति राजेश और उसके दोस्त पर अप्राकृतिक यौनाचार का मामला दर्ज कराया था।
भागलपुर [जेएनएन]। अप्राकृतिक यौनाचार के मामले में जांचकर्ता पर दो लाख रुपये मांगने का आरोप लगाने वाली महिला बैकफुट पर आ गई। उन्होंने आरोपों की जांच लिए सिटी डीएसपी राजवंश सिंह को संबंधित ऑडियो रिकार्डिंग उपलब्ध नहीं कराया। उनसे जांच कर आगे की कार्रवाई के लिए कई बार रिकार्डिंग मांगा गया। लेकिन उन्होंने रिकार्डिंग नहीं होने की बात कही। डीआइजी विकास वैभव ने कहा कि है कि महिला जांचकर्ता के विरूद्ध सुबूत नहीं दे रही है। इस कारण मामले में पूरी रिपोर्ट मांगी गई है। बगैर सुबूत कार्रवाई नहीं होगी।
बगैर सुबूत नहीं होगी कार्रवाई
बता दें महिला ने अप्राकृतिक यौनाचार के मामले में पति अमित जैन को निर्दोष बताते हुए डीआइजी से न्याय की गुहार लगाई थी। उन्होंने मौखिक रूप से डीआइजी को जांचकर्ता दारोगा दो लाख रुपये घूस मांगने का भी आरोप लगाया था। इस मामले में डीआइजी ने जांच कर सुबूतों के आधार पर केस दर्ज कर जांचकर्ता दारोगा अरविंद सिंह के विरूद्ध कार्रवाई का आदेश एसएसपी आशीष भारती को दिया था। मामले में जांच के बाद कोतवाली थाने में एक सनहा दर्ज किया गया है।
क्या है मामला
कोतवाली इलाके की एक महिला ने चार फरवरी 2019 को एक महिला ने अपने पति राजेश और उसके दोस्त पर अप्राकृतिक यौनाचार का मामला दर्ज कराया था। जिसमें पत्नी ने अपने पति और उसके दोस्त पर गंभीर आरोप लगाया था। उन्होंने तरह तरह से अप्राकृतिक यौनाचार करने की बात बताई थी। महिला ने आरोपितों पर जबरन शराब पिलाने और आपत्तिजनक स्थिति की वीडियो बनाने का भी आरोप लगाया था। मामले में कोतवाली थाने में केस दर्ज कर लिया गया था। इस मामले में पति डीएसपी की जांच में आरोप सत्य पाया गया था। पति के दोस्त अमित के विरूद्ध जांच का आदेश दिया गया था।