प्रमुख संचालिका शान्ताक्का के कार्यक्रम को लेकर राष्ट्र सेविका समिति की गतिविधियां तेज
राष्ट्र सेविका समिति की प्रमुख संचालिका वी.शांता कुमारी शान्ताक्का भागलपुर आ रहीं हैं। उनका एक दिवसीय कार्यक्रम 24 जनवरी को आनंदाम ढांढानिया सरस्वती विद्या मंदिर में है।
भागलपुर [दिलीप कुमार शुक्ला]। राष्ट्र सेविका समिति अपने सांगठनिक गतिविधियों को तेज करने के लिए पूरी तरह सक्रिय हैं। हालांकि यह संगठन हमेशा से यहां गतिविधि में है, लेकिन पिछले चार वर्षों से राष्ट्र सेविका समिति की गतिविधियां काफी तेज हो गई है। इस समिति की कई शाखाएं यहां लगतीं हैं। समिति के बड़े—बड़े अधिकारियों का प्रवास भी यहां अक्सर होता है। पिछले वर्ष भागलपुर में प्राथमिक और प्रथम वर्ष का प्रशिक्षण लगाया गया था। प्रशिक्षण में बिहार के कई जिलों के प्रशिक्षणार्थी आए थे। इन प्रशिक्षणों से बड़ी संख्या में कार्यकर्ता तैयार हुए। उसी समय से यहां सेविका समिति की गतिविधियां काफी तेज हो गई है। इसके अलावा यहां के समिति के कार्यकर्ता अन्य जिलों में भी प्रशिक्षण और बैठक के लिए जातीं हैं। पिछले वर्ष लगभग इसी समय पटना के विद्या भारती के क्षेत्रीय कार्यालय में समिति के कार्यकर्ताओं का प्रशिक्षण और बैठकें हुईं थी, जिसमें भी भागलपुर शहर से एक दर्जन कार्यकर्ता वहां शामिल होने गईं थी। भागलपुर में अक्सर अखिल भारतीय संपर्क प्रमुख सुनीता हलदेकर का प्रवास होता रहता है।
इसी क्रम में राष्ट्र सेविका समिति की प्रमुख संचालिका वी.शांता कुमारी 'शान्ताक्का' भागलपुर आ रहीं हैं। उनका एक दिवसीय कार्यक्रम 24 जनवरी को आनंदराम ढांढानिया सरस्वती विद्या मंदिर में है। वे समिति के पांचवीं प्रमुख संचालिका हैं। दिन भर वे विद्या मंदिर में सांगठनिक बैठकें करेंगी। दो सत्रों में होने वाली बैठकों में भागलपुर, बांका, मुंगेर, जमुई, लखीसराय के समिति की कार्यकर्ता शामिल होंगे। इन बैठकों में लगभग ढाई सौ कार्यकर्ताओं के शामिल होने की संभावना है।
24 जनवरी को ही शाम चार बजे से 'भारत की परिवार व्यवस्था, वर्तमान स्थिति और हमारी भूमिका' विषय पर प्रमुख संचालिका शान्ताक्का का बौद्धिक होगा। इस बौद्धिक वर्ग में समिति के प्रत्येक सदस्य अपने घर के सदस्यों के साथ शामिल होंगे। इसके अलावा इस वर्ग राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और उसके अनुशांगठनिक संगठनों की महिला कार्यकर्ता अपने परिजन के साथ भाग लेंगी। इसके लिए 24 जनवरी को ही सुबह शान्ताक्का भागलपुर पहुंचेंगी। उनके साथ अखिल भारतीय संपर्क प्रमुख सुनीता हलदेकर भी आ रहीं हैं।
इस आयोजन को सफल बनाने के लिए भागलपुर जिला कार्यवाहिका करुणा गुप्ता, जिला संपर्क प्रमुख बबीता मोदी, नगर कार्यवाहिका कृति कांत, नगर संपर्क पमुख श्वेता सिंह और मुंगेर जिला कार्यवाहिका कृति रश्मि सक्रिय रूप से लगीं हुई हैं।
राष्ट्र सेविका समिति
राष्ट्र सेविका समिति भारत की स्त्रियों की एक संस्था है जो राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के ही दर्शन के अनुरूप कार्य करती है। किन्तु यह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की महिला शाखा नहीं है। इसकी स्थापना 1936 में विजयादशमी के दिन वर्धा में हुई थी। श्रीमती लक्ष्मीबाई केलकर (मौसीजी) इसकी प्रथम प्रमुख संचालिका थीं। विद्यमान प्रमुख संचालिका शांता कुमारी 'शान्तक्का' हैं। राष्ट्रसेविका समिति का ध्येयसूत्र है - 'स्त्री राष्ट्र की आधारशीला है।'
प्रमुख संचालिकाएं
1. मावशी लक्ष्मीबाई केलकर (संस्थापिका—अक्टूबर 1936 से नवम्बर 1978 तक)
2. सरस्वती आपटे 'ताई आप्टे' (1978 से 1994 तक)
3. उषाताई चाटी (1994 से 2006 तक)
4. प्रमिला-ताई मेढे (2006 से 2012 तक)
5. वेंकटरमैया शान्ता कुमारी 'शान्ताक्का' (वर्ष 2012 से)
वी.शांता कुमारी
वेंकटरमैया शांताकुमारी 'शान्ताक्का' का जन्म 05 फरवरी 1952 को बेंगलुरु, कर्नाटक में हुआ था। उन्होंने एम.एस.सी. (गणित) और एम.एड. की पढ़ाई की है। शान्ताक्का राष्ट्र सेविका समिति की वर्तमान अखिल भारतीय प्रमुख संचालिका हैं। भारत की स्त्रियों की एक संस्था है जो राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के ही दर्शन के अनुरूप कार्य करती है और इसकी समानान्तर संस्थाओं में से एक है। वे वर्ष 2012 से इसकी प्रमुख संचालिका हैं। वे कई वर्षों तक भारतीय विद्या भवन बेंगलुरू में अध्यापिका रही। समिति के कार्य के लिए 1995 में स्वेच्छा निवृत्ति ले लीं और अपना पूरा समय समिति के विस्तार एवं विकास के लिए दे रही हैं। इनका केन्द्र नागपुर है।