शरणार्थी किसान की मवेशी चोरी हुई तो ग्रामीणों ने चंदा इकट्ठा कर खरीदा पशु
बेगूसराय। प्रखंड के विक्रमपुर गांव के ग्रामीणों की दरियादिली की चर्चा क्षेत्र में जोरों पर है। बाढ़ से प्रभावित मटिहानी प्रखंड निवासी पशुपालक किसान की दो भैंस चोरी होने पर ग्रामीणों ने चंदा इकट्ठा कर एक भैंस और बाछी खरीदकर दिया। इसके बाद किसान को गाजे बाजे के साथ खशी-खुशी विदा किया गया। प्रखंड क्षेत्र में ग्रामीणों की पहल की मुक्तकंठ से लोग प्रशंसा कर रहे हैं।
बेगूसराय। प्रखंड के विक्रमपुर गांव के ग्रामीणों की दरियादिली की चर्चा क्षेत्र में जोरों पर है। बाढ़ से प्रभावित मटिहानी प्रखंड निवासी पशुपालक किसान की दो भैंस चोरी होने पर ग्रामीणों ने चंदा इकट्ठा कर एक भैंस और बाछी खरीदकर दिया। इसके बाद किसान को गाजे बाजे के साथ खशी-खुशी विदा किया गया। प्रखंड क्षेत्र में ग्रामीणों की पहल की मुक्तकंठ से लोग प्रशंसा कर रहे हैं।
जानकारी के अनुसार, बाढ़ प्रभावित मटिहानी थाना क्षेत्र के मेहदरपुर गांव निवासी इतो सिंह के पुत्र राजीव कुमार अपने रिश्तेदार के यहां विक्रमपुर गांव में शरण लिए थे। कुछ दिन रहने के बाद परेशानी देख उन्होंने साथ लाए दो भैंस को बेचना चाहा, परंतु उचित दाम नहीं मिलने से नहीं बिकी। इसी बीच उनकी दोनों भैंस चोरी हो गई। इस घटना से उन्हें बड़ा सदमा लगा। एक तो बाढ़ में सब कुछ गवां कर वे शरणार्थी बन कर दूसरे गांव में शरण लेने आए थे, ऊपर से ऐसी घटना हो गई। इस संबंध में उन्होंने चेरिया बरियारपुर थाने में 13 सितंबर को प्राथमिकी दर्ज कराई। भैंसों का कोई सुराग नहीं मिलने के कारण ग्रामीणों ने उन्हें भैंस खरीदकर देने का फैसला लिया। पूर्व मुखिया टुनटुन सिंह के पुत्र नीरज कुमार उर्फ सोनू, जितेंद्र सिंह, परशुराम सिंह, गिरिश सिंह, अरुण सिंह, कमलेश कुमार आदि के नेतृत्व में ग्रामीणों ने चंदा इकट्ठा कर एक भैंस एवं एक बाछी खरीदकर उन्हें दिया। इसके बाद गाजेबाजे के साथ पशुपालक किसान को ग्रामीणों ने अपने गांव से विदा किया। विक्रमपुर गांव के लोगों की दरियादिली क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।