कृषि कार्य में बदलाव को ले किसानों का नियमित प्रशिक्षण आवश्यक : डीएम
बेगूसराय डीएम अरविद कुमार वर्मा ने कहा कि भारत जैसे कृषि प्रधान देश में कृषि क्षेत्र को स
बेगूसराय : डीएम अरविद कुमार वर्मा ने कहा कि भारत जैसे कृषि प्रधान देश में कृषि क्षेत्र को समृद्ध करना आवश्यक है। कृषि कार्य में संभावित बदलाव को लेकर कृषि कार्यों से संबद्ध किसान, पदाधिकारी व कर्मियों को नियमित रूप से प्रशिक्षण देना भी आवश्यक है, ताकि किसान कृषि कार्य में नए तकनीकों का उपयोग कर सकें और किसान भी समृद्ध हो सकें। वे आत्मा द्वारा गुरुवार को दिनकर कला भवन में आयोजित जिला स्तरीय रबी कार्यशाला सह प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। डीएम ने कहा कि परंपरागत कृषि तकनीकों में आवश्यक परिवर्तन लाए जाने की आवश्यकता है और यह कार्य नियमित प्रशिक्षण से ही हो सकता है। उन्होंने कहा कि इससे न सिर्फ कृषि उत्पादन की क्षमता एवं उत्पादकता में वृद्धि होगी, बल्कि सतत कृषि को भी बढ़ावा मिलेगा।
कार्यशाला सह प्रशिक्षण में किसानों को रबी महाभियान 2021 के तहत संचालित विभिन्न योजनाओं, बायो फोर्टीफाइड संकर मक्का, जीरो टीलेज विधि से गेहूं व मसूर की बुआई, समेकित कीट प्रबंधन, मृदा स्वास्थ्य कार्ड, समेकित पोषक तत्व प्रबंधन, कृषि यंत्रों पर दी जाने वाली सहायता, कृषि यंत्रों का कृषि कार्य में महत्व, जैविक कोरिडोर योजना, आत्मा के तहत संचालित विभिन्न कार्यक्रम, जलवायु अनुकूल कृषि कार्यक्रम, जल जीवन हरियाली योजना, उद्यान विभाग द्वारा किसानों के हित में चलाई जा रही योजनाएं आदि के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गई। इस अवसर पर जिला कृषि पदाधिकारी सह परियोजना निदेशक आत्मा राजेश प्रताप सिंह, वरीय कृषि वैज्ञानिक डा. रामपाल, आत्मा के परियोजना उप निदेशक अजीत कुमार, पौधा संरक्षण के सहायक निदेशक श्वेता कुमारी, सहायक निदेशक रसायन बाबूचंद सिंह, सहायक निदेशक उद्यान राजीव रंजन, सहायक निदेशक कृषि अभियंत्रण अजीत कुमार समेत कृषि विभाग के अन्य अधिकारी व किसान मौजूद थे।