बर्खास्त किए जाने के विरोध में साक्षरताकर्मियों ने एनएच को किया जाम
बेगूसराय। नियोजन से बर्खास्त किए गए साक्षरता कर्मियों ने गुरुवार को बस स्टैंड के निकट एनएच-31 को जाम
बेगूसराय। नियोजन से बर्खास्त किए गए साक्षरता कर्मियों ने गुरुवार को बस स्टैंड के निकट एनएच-31 को जाम कर दिया। जाम के कारण सड़क के दोनों तरफ गाड़ियों की लंबी कतार लग गई। सूचना पर पहुंचे एएसपी मनोज तिवारी ने प्रदर्शनकारियों को समझा-बुझाकर तीन घंटे बाद जाम को समाप्त कराया। प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व कर रहे बिहार राज्य साक्षरता प्रेरक-समन्वयक संघ के जिलाध्यक्ष संजीत कुमार महतो ने कहा कि अगर कोई पीठ पर लात मारता है तो कुछ समय के लिए बर्दाश्त किया जा सकता है लेकिन अगर किसी के पेट पर लात मारा जाए तो भूखा आदमी कभी बर्दाश्त नहीं करेगा। सरकार ने साक्षरता कर्मियों के पेट पर लात मारा है। इसके खिलाफ पिछले एक वर्ष से हम लोग आंदोलन कर रहे हैं। जिला संयोजक मिथिलेश कुमार ने कहा कि 21 माह का मानदेय बकाया था और फिर अचानक विभाग ने एक पत्र जारी कर साक्षरता कर्मियों को नौकरी से निकाल दिया। माननीयों को सुविधाएं देने के लिए जनता के पैसे का दुरूपयोग हो रहा है लेकिन जो मेहनत करके जीवनयापन करना चाहते हैं, सरकार उन्हें भुखमरी का शिकार बना रही है। जिला कोषाध्यक्ष रामचरण महतो ने कहा कि सरकार साक्षरताकर्मियों का समयोजन करे और बिना शर्त मानदेय का भुगतान करे। धरना के उपरांत एक प्रतिनिधिमंडल ने जिलाधिकारी को अपना दो सूत्री मांगपत्र सौंपा। मांगपत्र में संविदा पर नियोजित प्रेरक समन्वयकों का समायोजन और बिना शर्त के बकाया मानदेय का भुगतान शामिल है। धरना सभा को जिला सचिव सुरेश प्रसाद वर्मा, जिला उपाध्यक्ष देवेंद्र कुमार, संगठन मंत्री महिला मोर्चा चंचल रानी, मीडिया प्रभारी अर्जुन ¨सह, वशिष्ठ शर्मज्ञ, जितेंद्र जीतू, विजय ¨सह, अशोक पासवान, मो. आजाद आदि ने संबोधित किया।