टीईटी शिक्षकों से नाइंसाफी बार्दाश्त नहीं : राजू ¨सह
बेगूसराय। यह विडंबना ही है कि एक ओर सरकार गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की बात करती है, तो दूसरी ओर शिक्षक संवर्ग में सबसे कम वेतन टीईटी परीक्षा उत्तीर्ण शिक्षकों को देती है।
बेगूसराय। यह विडंबना ही है कि एक ओर सरकार गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की बात करती है, तो दूसरी ओर शिक्षक संवर्ग में सबसे कम वेतन टीईटी परीक्षा उत्तीर्ण शिक्षकों को देती है। जबकि टीईटी शिक्षक एनसीटीई की सभी मानदंडों को पूर्ण करते हैं। देश के अन्य राज्यों में टीईटी परीक्षा के माध्यम से बहाल शिक्षकों को राज्य सरकार पूर्ण वेतनमान पर बहाल करती है। जबकि बिहार सरकार सबसे कम वेतन देकर टीईटी शिक्षकों के साथ नाइंसाफी कर रही है। जिसे हम किसी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेंगे। उक्त बातें शुक्रवार को भारद्वाज नगर में आयोजित टीईटी प्रारंभिक शिक्षक संघ की बैठक को संबोधित करते हुए संघ के नवनियुक्त प्रदेश संयोजक राजू ¨सह ने कहीं।
संघ के जिला सचिव कन्हैया भारद्वाज व संयोजक अभिनंदन कुमार ने विभिन्न जिलों से आए शिक्षक नेताओं को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य संघ के आह्वान पर 26 मई को विभिन्न मांगों के समर्थन में आक्रोश मार्च निकाला जाएगा। संघ टीईटी शिक्षकों के डीएलएड रेगुलर सत्र 2014-16, 2015-17 एवं 2016-18 तीन सत्रों की फाइनल परीक्षा लंबित रहने, ओडीएल ओपेन डिस्टेंस लर्निंग सत्र 2017-19 की प्रथम समेस्टर की परीक्षा लंबित रहने, राज्य सरकार द्वारा सातवें वेतन के एरियर भुगतान के लिए वेतन मद में राशि आवंटन उपलब्ध कराने एवं 2011 एवं 2017 टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के नियोजन की मांगों को लेकर आक्रोश मार्च निकालेगा। बैठक में समान वेतन मामले को लेकर सुप्रीमकोर्ट में पूरी ताकत झोंकने और निरंतर संघर्ष का भी निर्णय लिया गया। बैठक में नवनियुक्त प्रदेश संयोजक को भी बधाई दी गई। बैठक में पटना, मोतिहारी, खगड़िया, समस्तीपुर एवं बेगूसराय के शिक्षक नेता उपस्थित हुए थे। मौके पर राजीव कुमार, आदर्श कुमार, जयशंकर कुमार नवीन, संजीत, विशल, रत्नेश सहित अन्य मौजूद थे।