Move to Jagran APP

किसानों की आíथक समृद्धि का आधार बनेगा पतंजलि दुग्धामृत पशुआहार

बेगूसराय : पतंजलि दुग्धामृत पशु आहार दक्षिण बिहार के किसानों की आíथक समृद्धि का आधार बनेगा। बेगूसराय

By JagranEdited By: Published: Thu, 20 Sep 2018 09:35 PM (IST)Updated: Thu, 20 Sep 2018 09:35 PM (IST)
किसानों की आíथक समृद्धि का आधार बनेगा पतंजलि दुग्धामृत पशुआहार
किसानों की आíथक समृद्धि का आधार बनेगा पतंजलि दुग्धामृत पशुआहार

बेगूसराय : पतंजलि दुग्धामृत पशु आहार दक्षिण बिहार के किसानों की आíथक समृद्धि का आधार बनेगा। बेगूसराय के युवाओं के लिए जहां एक ओर रोजगार सुनिश्चित होगा, वहीं गौ माता को यूरिया रहित आहार व लोगों को यूरिया रहित दूध की आपूíत भी सुनिश्चित होगी। उक्त बातें सेंट्रल कॉपरेटिव बैंक के निदेशक सह निर्माण इंजिकास प्रा. लि. के प्रबंधक निदेशक नरेंद्र कुमार ¨सह उर्फ धनकु ने मोहनपुर स्थित पतंजलि दुग्धामृत पशु आहार कारखाने में आयोजित आपूíत शुभारंभ समारोह को संबोधित करते हुए कहीं।

loksabha election banner

पतंजलि ग्राम उद्योग न्यास के जोनल मैनेजर ने कहा, उत्पादित पशु आहार के उपयोग से पशुपालक गाय से तीन सौ दिन व प्रतिवर्ष एक बच्चा निश्चित रूप से पा सकेंगे। जो उनके आíथक मजबूती का सशक्त माध्यम बनेगा। न्यास का उद्देश्य देशवासियों को रसायन रहित पौष्टिक दूध उपलब्ध कराना एवं पशु पालकों को आíथक रूप से आत्मनिर्भर बनाना है। सूबे में हाजीपुर, फारबिसगंज के बाद यह तीसरा कारखाना है जहां से दक्षिण बिहार के किसानों को शीघ्रता से पशुआहार उपलब्ध होगा। मौके पर उत्तर प्रदेश की तरह सहकारी समितियों के माध्यम से किसानों को अनुदान दिलाने व विपनन की विस्तृत जानकारी दी गई। विधिवत पूजन के बाद न्यास के अधिकारियों ने नारियल फोड़ कर उत्पादन का शुभारंभ किया। समारोह में निर्माण इंजिकास के कार्यकारी निदेशक सह बरौनी डेयरी के पूर्व प्रबंध निदेशक भीम शंकर मनुवंश, न्यास के राज्य प्रभारी अशोक कुमार शर्मा, सुबोध कुमार, राकेश रोशन, यशराज समेत आदि मौजूद थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.