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खतरनाक छठ घाटों पर व्रतियों को होगी परेशानी

बेगूसराय। छठ महापर्व के लिए घाटों पर अब तक समुचित व्यवस्था नहीं हो पाई है। नगर पंचायत तेघड़ा के वार्ड

By JagranEdited By: Published: Fri, 09 Nov 2018 06:20 PM (IST)Updated: Fri, 09 Nov 2018 06:20 PM (IST)
खतरनाक छठ घाटों पर व्रतियों को होगी परेशानी
खतरनाक छठ घाटों पर व्रतियों को होगी परेशानी

बेगूसराय। छठ महापर्व के लिए घाटों पर अब तक समुचित व्यवस्था नहीं हो पाई है। नगर पंचायत तेघड़ा के वार्ड संख्या-24 बोल्डर घाट इस बार छठव्रतियों के लिए जानलेवा साबित हो सकता है। बताते चलें कि उक्त घाट में आसपास के इलाके के अतरुआ, काजी रसलपुर, दानियालपुर, मुसहरी, हसनपुर, चकदाद मधुरापुर, कस्बा, नवाबगंज,अयोध्या, हरिहरपुर सहित कई इलाकों के 50 हजार की संख्या में छठव्रती एवं उसके परिवार वाले पूजा-अर्चना करने आते हैं। परंतु, अब तक घाटों की साफ-सफाई सहित सुरक्षा इंतजाम नहीं होने के कारण छठव्रतियों के लिए दुर्घटना का सबब बन सकता है। क्योंकि घाट के किनारे 20-20 फीट गहरी खाई है और धंसना गिरने की भी प्रबल संभावना है। शुक्रवार की अलसुबह नहाने के क्रम में चार महिला डूबते-डूबते बची। इस संबंध में एसडीओ तेघड़ा डॉ. निशांत के मोबाइल नंबर 9473191415 पर संपर्क करने की लगातार कोशिश की गई परंतु, ¨रग होने के बावजूद उन्होंने मोबाइल नहीं उठाया।

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इधर शिवाला घाट बारो, बेल घाट बारो, निपनियां शिवाला घाट, रामचंद्र घाट, क्रांति नवयुवक संघ घाट, ईमली घाट सहित गंगा के मुख्य तट मधुरापुर घाटों पर सूर्यदेव की आराधना को आने वाले श्रद्धालुओं के लिए घाट की साफ सफाई, लाइट की व्यवस्था स्वयंसेवकों द्वारा किया जा रहा है। वहीं क्षेत्र में कुछ दिनों पहले से ही श्रद्धालुओं के स्वागत में तोरण द्वारा भी बनाए जा रहे हैं।

खोदावंदपुर प्रखंड के बूढ़ी गंडक नदी में मेघौल घाट, बेदुलिया घाट, मटिहानी घाट, मालपुर घाट, फफौत घाट ,बरियारपुर घाट, बाड़ा मंदिर घाट, बेगमपुर घाट, मोहनपुर घाट, नुरुल्लाहपुर एवं दौलतपुर के कोठी घाटों के अलावा सगीडीह, पोखड़ नकटा पोखड़, चलकी पोखड़, बरियारपुर, खोदावंदपुर मुसहरी पोखर तथा मलमल्ला पोखर पर छठ व्रत मनाने की परंपरा रही है। बूढ़ी गंडक नदी स्थित मटिहानी, फफौत पुल, बरियारपुर एवं बाड़ा शिवालय घाट का किनारा खड़ा होने के कारण खतरनाक है। जबकि तालाबों में कचरे का अंबार एवं पानी का अभाव है। अभी तक प्रशासन के द्वारा घाटों का निरीक्षण तो किया गया परंतु, उसकी घाटो की सफाई नहीं की गई है। घाट को व्यवस्थित बनाने के लिए वित्तीय सहायता देने से प्रशासन ने हाथ खड़े कर दिए हैं। समय रहते प्रशासन या आमजनों द्वारा ऐसा नहीं किया गया तो पूजा के दौरान छठव्रतियों को परेशानी हो सकती है।

इनसेट

साफ सफाई में जुट गए युवा

मंझौल अनुमंडल मुख्यालय के विभिन्न घाटों पर होने वाले आस्था का महापर्व छठ की साफ सफाई करने के लिए युवकों की टोली लग गई है। बूढी गंडक नदी के सिउरी घाट, सोझी घाट, सीढ़ी घाट, पवरा घाट, बसौना घाट पर विभिन्न पंचायतों के छठ व्रतियों की पूजा होती है। सोझी घाट तथा पवरा के कई घाटों पर कछार रहने की स्थिति में छठव्रतियों को हाथ उठाने में कठिनाई हो सकती है।

इधर शाम्हो में सीओ एवं थानाध्यक्ष ने गंगा के विभिन्न घाटों का निरीक्षण किया। सीओ राजाराम केसरी ने बताया कि जगौली गंगा घाट, अकबरपुर 40 गंगा घाट, अकबरपुर पुरानीडीह गंगा घाट एवं जगन सैदपुर यादव घाटों के निरीक्षण के उपरांत उन्होंने घाटों को सुरक्षित बनाने का आश्वासन दिया। थानाध्यक्ष संतोष कुमार ने कहा कि हर गंगा घाट पर लोगों को गहरे पानी से बचाने के लिए रस्सी एवं बांस बल्ले के सहारे बैरिके¨डग की जाएगी।


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