जिले भर में मुहर्रम शांतिपूर्ण संपन्न, की गई ताजियादारी
बेगूसराय : इस्लाम धर्म के बानी मुहम्मद सलल्लाहु अलैही वसल्ल्म के नाती हजरत इमाम हुसैन रजी अल्लाहु ता
बेगूसराय : इस्लाम धर्म के बानी मुहम्मद सलल्लाहु अलैही वसल्ल्म के नाती हजरत इमाम हुसैन रजी अल्लाहु ताआला अनहू की शहादत के याद में आयोजित होने वाला त्योहार मुहर्रम शुक्रवार को जिले भर में शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ। मुस्लिम समुदाय के लोगों ने जगह-जगह ताजियादारी कर जुलूस निकाला और अखाड़ों पर पारंपरिक ढंग से तलवारबाजी और लाठी का करतब दिखाया। बताते चलें कि आज से करीब चौदह सौ वर्ष पूर्व अरब के करबला में इमाम हुसैन को उनके पूरे परिवार सहित कुल 72 सहाबियों को यजीद बिन माविया नामक राजा की फौज ने शहीद कर दिया था। उसके बाद से इस्लामिक कैलेंडर के हिसाब से मुहर्रमुल हराम की दस तारीख को ताजियादरी की जाती है।
बरौनी संवाददाता के अनुसार बरौनी तथा उसके आसपास के इलाके में मुहर्रम के मौके पर मुस्लिम भाइयों के द्वारा भव्य तरीके से अखाड़ा जुलूस निकाला गया। अखाड़ा के दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए भारी संख्या में फुलवड़िया थानाध्यक्ष विवेक भारती के नेतृत्व में पुलिस बल तैनात थे। अखाड़ा के दौरान शहनाई की धुन चार चांद लगा रही थी। बरौनी में अखाड़ा फुलवड़िया बाजार से निकल कर कैरीबाड़ी, पश्चिम मोहल्ला, दरगाह रोड, दरगाह मोहल्ला, गंज मोहल्ला, पोखर मोहल्ला, बरौनी चौक, फल मंडी, वाटिका चौक, राजेंद्र रोड, सब्जी मंडी शोकहारा होते हुए फुलवड़िया बाजार पहुंच कर समाप्त हो गया। इस अवसर पर पूर्व मुखिया मो. मंजूर आलम, पूर्व सरपंच मो. शमशाद आलम, मो. शकील रजा, मो. अश्जद, मो. रुस्तम सहित सैकड़ों की संख्या में मुस्लिम एवं हिन्दू भाई शामिल थे।
बखरी प्रखंड व नगर क्षेत्र में गम और मातम का पर्व मुहर्रम शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ। इस अवसर पर नगर व गांव के विभिन्न अखाड़ों ने हजरत इमाम हुसैन की याद में ताजिया निकाल कर मुख्य बाजार में प्रदर्शन करते हुए अपने-अपने करतब दिखाए। अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ने इमामबाड़ों में जाकर मातम मनाने के बाद ताजिया जुलूस निकाला। इस दौरान पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी जुलूस के साथ मुस्तैद देखे गए।
गढ़पुरा थाना क्षेत्र में मुहर्रम का ताजिया जुलूस शांतिपूर्ण संपन्न हो गया। जिसमें धर्मपुर पूर्वी व पश्चिमी टोला, सुजानपुर, राहुल नगर, कुम्हारसों व रजौड़ के ताजिया का मिलन उच्च विद्यालय गढ़पुरा के खेल मैदान में किया गया। जबकि मालीपुर बरमोतरा का ताजिया मिलान हसनपुर रजवा में किया गया। शांति एवं सद्भावपूर्ण वातावरण में मुहर्रम का ताजिया जुलूस संपन्न हो गया। सभी जगह मजिस्ट्रेट के साथ पुलिस पदाधिकारी, पुलिस बल तथा चौकीदार लगाए गए थे।
चेरिया बरियारपुर में दसवीं मुहर्रम यौमे आशुरा के अवसर पर प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न पंचायतों में ताजिया जुलूस निकाला गया। जिसमें बड़ी संख्या में ताजियादारी कर रहे अकीदतमंदों ने भाग लिया। जुलूस के दौरान अकीदतमंदों ने हजरत इमाम हुसैन के शैदाई होने तथा उन्हीं की तरह हक व इंसाफ के लिए हमेशा अडिग रहने का संकल्प लिया। इस अवसर पर चेरिया बरियारपुर, करोड़, खांजहांपुर, सकरबासा, परमानंदपुर, भेलवा सहित अन्य पंचायतों में शांतिपूर्ण तरीके से ताजिया जुलूस निकाला गया। जुलूस को लेकर सुरक्षा का व्यापक बंदोबस्त दिखा। बीडीओ कर्पूरी ठाकुर, सीओ राजीव रंजन चक्रवर्ती, थानाध्यक्ष रंजीत कुमार रजक के नेतृत्व में पुलिस बल जुलूस के साथ-साथ मुस्तैद थे।
बछवाड़ा प्रखंड क्षेत्र में मुहर्रम का पर्व शांतिपूर्वक संपन्न हो गया। मुस्लिम समुदाय के लोग ताजिया जुलूस में ढोल, ताशे व नगाड़ा बजाते पूरे क्षेत्र का भ्रमण किया। इस दौरान बेगमसराय, रानी, फतेहा, चिरंजीवीपुर, रसीदपुर, तैमूहा, अरवा, कादराबाद, रुदौली, बहरामपुर, सरायनूरनगर अखाड़े का भी आयोजन किया गया। जिसमें युवाओं ने लाठी, तलवार आदि का करतब भी दिखाया। जुलूस के साथ-साथ काफी संख्या में पुलिस के जवान भी चल रहे थे।
भगवानपुर प्रखंड क्षेत्र में मुहर्रम पर्व शांतिपूर्ण संपन्न हो गया। मुसलमान भाइयों ने अपने धर्म के मुताबिक तजिया निकाला और अखाड़े में करतब दिखाया। मुहर्रम पर्व में भगवानपुर, बन्हारा, दामोदरपुर, बनबारिपुर, कदराबाद, चंदौर सहित अन्य जगहों पर ताजिया मिलान किया गया। अखाड़े के दौरान बारिश हो जाने से मेला देखने आए लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
बलिया एवं डंडारी में मुहर्रम शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ। बलिया में 14 जबकि डंडारी में नौ जगहों पर ताजिया जुलूस निकाला गया। सभी जगह सैकड़ों की संख्या में लोग बाना, डंडा, भाला, फरसा, तलवार लेकर ताजिया के साथ या अली, इमाम हसन, इमाम हुसैन के नाम का जयकारा लगा रहे थे। ताजिया मिलान स्थल पर शांति व्यवस्था में अधिकारियों के साथ भारी संख्या में पुलिसबल तैनात किए गए थे। शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए एसडीओ उत्तम कुमार, डीएसपी अंजनी कुमार, बलिया थानाध्यक्ष सुनील कुमार, डंडारी थानाध्यक्ष अभिषेक स्वयं घूम-घूम कर निगरानी कर रहे थे।
मंसूरचक में मुहर्रम शुक्रवार को शांति व सौहार्दपूर्ण वातावरण में संपन्न हुआ। लगातार हो रही बारिश के बीच या अली या हुसैन के नारो के साथ मुस्लिम समुदाय के लोग ताजिया जुलूस में शामिल हुए। प्रखंड के समसा, कस्टोली, आगापुर, नवटोल, सरायनूरनगर, बहरामपुर, खैराज, आलमचक, गणपतौल, पेठिया गाछी, फाटकचौक, तेमुहा, गुरूदासपुर आदि जगहों के करबला में ताजियादारी की गई। जिला प्रशासन की ओर से सभी संवेदनशील स्थानो पर दंडाधिकारी सहित पुलिस बल की तैनाती की गई थी। बीडीओ प्रभात कुमार दत्त, सीओ अमर कुमार राय, थानाध्यक्ष अर¨वद कुमार, कृषि पदाधिकारी अभय कुमार चौधरी, सहकारिता पदाधिकारी अरूण कुमार महतो, जीपीएस विनोद कुमार ¨सह, पीओ डॉ. संजीव कुमार सिन्हा, सीआई सुनील कुमार श्रीवास्तव, सअनि रामप्रीत पासवान, पुअनि सुदिष्ट मिश्रा, सअनि मो. इरफान खान लगातार गश्ती करते देखे गये। हिन्दू परिवार को भी रहता है ताजिये का इंतजार
संसू, तेघड़ा (बेगूसराय) : तेघड़ा प्रखंड के रघुनंदनपुर गांव में हिन्दू-मुस्लिम एकता की बेजोड़ मिसाल वर्षों से कायम है। कर्बला के शहीदों की याद में आयोजित होने वाले मुहर्रम भी शुक्रवार को शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण वातावरण में संपन्न हुआ।
ग्रामीण बताते हैं कि ताजिया जब कर्बला से निकलता है तो विभिन्न स्थानों पर उसका ठहराव होता है, इसमें सबसे प्रमुख जगह हिन्दू टोले का भ्रमण होता है। जहां पर हिन्दू समाज के लोग ताजिया आने का बेसब्री से इंतजार करते हैं, और जब ताजिया पहुंचता है तो महिलाएं चावल, दूर्वा चढ़ाकर और बद्धी बांधकर ताजिया का सम्मान किया जाता है। इसके बाद हिन्दू युवा ताजिया को कंधा देकर आगे के लिए रवाना करते हैं। शुक्रवार को भी यहां की ताजियादारी काफी शांतिपूर्ण वातावरण में संपन्न हुई। प्रखंड के काजी रसलपुर पंचायत के फतेहपुर गांव की ताजिया लोगों के आकर्षण का केंद्र रहा। बताते चलें कि प्रखंड के दनियालपुर, बजलपुरा, तेघड़ा बाजार, रातगांव सहित अन्य जगहों पर मुहर्रम शांति पूर्वक संपन्न हुआ। जगह-जगह पुलिस प्रशासन द्वारा सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए थे।
-----------------
हिन्दू मेला कमेटी ने किया ताजिया मेले का आयोजन
संवाद सूत्र, मटिहानी (बेगूसराय) : मेला और पर्व मुसलमानों का आयोजक हिन्दू ये किसी फिल्म या उपन्यास की कहानी नहीं मटिहानी प्रखंड के रामपुर बसवन में मुहर्रम के अवसर पर आयोजित दो दिवसीय मेले की हकीकत है। इस्लाम में बुराइयों पर अच्छाइयों की जीत के उपलक्ष्य मुहर्रम में प्रत्येक वर्ष ताजिया निकालने की परंपरा रही है। इस वर्ष के पर्व को विशेष ढंग से मनाने की इच्छा रामपुर के मुसलमानों ने आपस में व्यक्त किया और पर्व के अवसर पर दो दिनों का मेला आयोजित करना था। अब समस्या ये थी कि हिन्दू बाहुल्य इलाके में मेला का आयोजन करें उसमें शांति व्यवस्था बनी रहेगी कि नहीं। इस बात से परेशान मुस्लिमों ने मेला नहीं करने व पूर्व की भांति ही पर्व मनाने की बात पर आ गए। परंतु, मुस्लिम समुदाय के ही कुछ लोगों ने गांव के सम्मानित अवकाश प्राप्त शिक्षक योगेंद्र रजक से मिलकर सारी बात बताई। योगेंद्र रजक ने गांव के ही प्रशासनिक सेवा से अवकाश ग्रहण कर गांव में रह रहे विष्णुदेव पासवान उर्फ गांधी जी से बातचीत की। दोनों ने कहा, इस मुद्दे पर ग्रामीणों से बात कर मुस्लिमों की भावना का कद्र करते हुए दो दिवसीय मुहर्रम मेला का आयोजन रामपुर कचहरी के प्रांगण में करना चाहिए। विगत 16 सितंबर को गांव के हिन्दू-मुस्लिम की संयुक्त बैठक रामपुर हटिया पर आयोजित की गई और फैसला लिया गया कि मेला तो मुसलमानों का होगा पर संपूर्ण जिम्मेवारी गांव के हिन्दू भाइयों की होगी। बैठक में ही एक मेला समिति का गठन किया गया। मेला आयोजन समिति के अध्यक्ष योगेंद्र रजक, सचिव मो. एम रहमान, सदस्य विष्णुदेव पासवान, राजीव कुमार, रामचंद्र पासवान, अर¨वद चौधरी, मो. फिरदौस, मो. उस्मान सहित अन्य को मेला आयोजन समिति का सदस्य बनाकर धूमधाम से मुहर्रम के अवसर पर मेले का आयोजन किया गया। मेला परिसर में ही ताजिया के सामने बने अखाड़े में मुस्लिम युवकों ने जमकर तलवारबाजी, लाठी भांजने आदि के करतब दिखाए। इस अवसर पर झूला, एक से एक दुकान मेले की सुंदरता में चार चांद लगा रहे थे। मेला का आनंद हिन्दू-मुस्लिम दोनों समुदाय के लोगों ने जमकर उठाया। मेला देख वापस आ रहे शिक्षक मो. जमील ने कहा, इसे कहते हैं गंगा-यमुनी तहजीब।