दिनकर की रचनाओं को आत्मसात करने की जरूरत : संजीव चौधरी
बेगूसराय। रामाधारी ¨सह दिनकर अंतरराष्ट्रीय स्तर के कवि थे। इनकी रचनाएं आज के परिवेश में हम मनुष्यों
बेगूसराय। रामाधारी ¨सह दिनकर अंतरराष्ट्रीय स्तर के कवि थे। इनकी रचनाएं आज के परिवेश में हम मनुष्यों को आत्मसात करने की आवश्यकता है। वे व्यक्ति नहीं विराट संस्था थे और संस्था कभी मरती नहीं। उक्त बातें बेगूसराय एसडीएम संजीव चौधरी ने राष्ट्रकवि रामधारी ¨सह दिनकर की 110वीं जयंती पर रविवार को आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहीं। इससे पूर्व दिनकर के प्रारंभिक पाठशाला मध्य विद्यालय बारो गढ़हरा में एसडीएम संजीव चौधरी व एसडीपीओ मिथिलेश कुमार ने संयुक्त रूप से कार्यक्रम का उदघाटन किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता राष्ट्रकवि दिनकर स्मृति विकास समिति सिमरिया के विश्वंभर ¨सह ने की। कार्यक्रम का संचालन मुचकुंद कुमार मोनू ने किया। समारोह में विद्यालय के छात्र एवं छात्राओं ने भाषण, सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं दिनकर की कविताओं के माध्यम से उपस्थित दर्शकों एवं अतिथियों को मंत्रमुग्ध कर दिया। उपस्थित लोगों ने तालियों की गड़गडाहट से बच्चों का उत्साहवर्धन किया। इस संबंध में दिनकर जागृति मंच बारो के सचिव कृष्ण नंदन राय ने बताया कि सिमरिया में प्रतिवर्ष नौ दिवसीय दिनकर जयंती कार्यक्रम आयोजित किए जाते है। मध्य विद्यालय बारो के प्रधानाध्यापक विजय कुमार ¨सह ने बताया कि राष्ट्रकवि दिनकर ने इस विद्यालय में 1920 से लेकर 1924 तक पढ़ाई की थी। यहां से विद्यालय परित्याग प्रमाण पत्र लेकर मोकामा के उच्च विद्यालय में नामांकन लिए थे। आज के कार्यक्रम में प्रमोद कुमार ¨सह, सुधीर आर्य, डॉ. कुंदन कुमार, अधिवक्ता गोपाल कुमार, डॉ. शमीम बारवी, हाजी सरवर आदि मौजूद थे।