विभागीय उदासीनता के कारण लोगों को नहीं मिल रहा शुद्ध पेयजल
संवाद सूत्र, मंझौल (बेगूसराय): जहां एक तरफ सरकार लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए ²ढ़ संक
संवाद सूत्र, मंझौल (बेगूसराय): जहां एक तरफ सरकार लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए ²ढ़ संकल्पित है वहीं संवेदक एवं विभागीय अधिकारी की उदासीनता के कारण मंझौल पंचायत दो के लोगों को शुद्ध पेयजल नहीं मिल पा रहा है। मालूम हो कि मंझौल पंचायत दो में शुद्ध पेयजल आपूर्ति के लिए वर्षो पूर्व बो¨रग का उदघाटन किया गया था। उद्घाटन के बाद मंझौल पंचायत दो के लोगों को शुद्ध पेयजल का मिलना शुरू हुआ तो लोगों में उम्मीद जगी कि अब डिब्बा वाला पानी खरीदना नहीं पड़ेगा। बावजूद इसके जलापूर्ति योजना के बो¨रग के चालू रहने तथा बंद रहने का सिलसिला जारी रहा। इसके साथ ही ऑपरेटर का 14 माह से वेतन भुगतान नहीं होने के कारण ऑपरेटर ने 15 नवंबर से अपने संवेदक एवं अधिकारी को सूचना देकर पंप चलाना बंद कर दिया है। इस संबंध में पंप चालक शशिकांत कुमार ने बताया कि पिछले 14 महीने का वेतन संवेदक के यहां बकाया है, मांगने पर उन्होंने कहा कि मेरा इकरारनामा का समय पूरा हो चुका है अब विभाग भुगतान करेगा।
क्या कहते हैं जनप्रतिनिधि
इस संबंध में पंसस चंद्रकांत झा, पूर्व मुखिया अरुण ¨सह एवं अन्य ने बताया कि ग्रामीण जलापूर्ति योजना बंद रहने से लोगों को काफी कठिनाई होती है। आयरन तथा फ्लोराइड युक्त चापाकल से पानी पीने को लोग मजबूर हैं।
क्या कहते हैं अधिकारी
इस संबंध में लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के जेई धर्मपाल बैठा ने बताया कि अभी तक मुझे बो¨रग बंद होने की जानकारी नहीं मिली है। जानकारी मिलते ही बा¨रग चालू कराने की दिशा में प्रयास किया जाएगा।
क्या कहते हैं संवेदक
इस संबंध में संवेदक संजीव ¨सह ने बताया कि छह माह पूर्व ही मेरा रखरखाव का समय पूरा हो चुका है। फिर भी बो¨रग चालू करने का प्रयास करते हैं।