मक्के की फसल पर आर्मी वर्म व कट वर्म कीट का प्रकोप
बेगूसराय। पिछले साल पड़ोसी कई जिलों में मक्के की फसल पर आर्मी वर्म कीट का प्रकोप देखा गया था। इस वर्ष
बेगूसराय। पिछले साल पड़ोसी कई जिलों में मक्के की फसल पर आर्मी वर्म कीट का प्रकोप देखा गया था। इस वर्ष बेगूसराय में भी मक्के की लहलहाती फसल पर आर्मी वर्म कीट का प्रकोप बड़े पैमाने पर देखा जा रहा है। दर्जनों एकड़ फसल कीट के प्रकोप से प्रभावित हो चुके हैं। किसान कई तरह के उपचार के बावजूद भी अपनी फसल में कीट के प्रसार को रोक नहीं पा रहे हैं। अब मक्का अनुसंधान केंद्र के वैज्ञानिक कमान संभाल किसानों को इस कीट से बचाव एवं रोकथाम के लिए टिप्स दे रहे हैं।
क्या है आर्मी वर्म कीट : क्षेत्रीय मक्का अनुसंधान एवं बीज उत्पादन केंद्र, बेगूसराय के वरीय मक्का वैज्ञानिक डॉक्टर एसबी ¨सह बताते हैं कि फसल का एक नया कीट फॉल आर्मी वर्म का प्रकोप मक्के की फसल में बेगूसराय में पहली बार देखा गया है। इसकी सूचना राज्य के संबंधित विभागों के अधिकारियों को दी गई है। जुलाई माह में यह कीट दक्षिण भारत में पहली बार देखा गया था। यह 40 से ज्यादा देशों में 85 से ज्यादा फसलों को तबाह कर चुका है। यह कीट मक्का के अलावा अन्य फसलों को भी भारी क्षति पहुंचता है।
फसलों का हाल : अमारी के किसान रामबदन महतो, मालपुर के राम नारायण महतो, एकंबा के विजय कुमार आदि बताते हैं कि मक्के के कई खेतों में कीट का प्रकोप है। इस तरह के कीट पहले नहीं देखे गये थे। कीट मक्के की धनबाली पर आक्रमण कर पौधे को सुखा रहे हैं। किसान सलाहकार अनिस कुमार कहते हैं कि समय रहते कीट की पहचान हो गई है। अब इससे फसलों से बचाने का प्रयास जल्द प्रारंभ होना चाहिए।
कहते हैं अधिकारी : बीईओ मक्केश्वर पासवान ने इस संबंध में पूछे जाने पर बताया कि किसानों ने एक नए प्रकार के कीट का प्रकोप फसलों खासकर मक्का में होने की जानकारी दी है। किसान सलाहकारों द्वारा इस संबंध में सर्वेक्षण कर वास्तविक स्थिति पता करने को कहा गया है। आकलन को लेकर मक्का अनुसंधान केंद्र भेजा जा रहा है। रोकथाम के प्रयास प्रारंभ किए गए हैं।