Move to Jagran APP

मधुर रिश्ते में दरार, एक किलो दाल के लिए झगड़ पड़े भाई

वैश्विक महामारी कोरोना का संक्रमण रोकने के उद्देश्य से पूरे देश में पिछले दो माह से लॉकडाउन है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 27 May 2020 10:40 PM (IST)Updated: Thu, 28 May 2020 06:05 AM (IST)
मधुर रिश्ते में दरार, एक किलो दाल के लिए झगड़ पड़े भाई

बेगूसराय। वैश्विक महामारी कोरोना का संक्रमण रोकने के उद्देश्य से पूरे देश में पिछले दो माह से लॉकडाउन है। इस कारण कारोबार, उद्योग धंधे सभी ठप हैं। शहरों में रह रहे ऐसे कामगारों के सामने भूखों मरने की नौबत आ चुकी है। विगत दो माह से बड़ी संख्या में प्रवासी कामगार भूखे प्यासे पैदल, ट्रेन, बस, ट्रक, ठेला आदि माध्यम से अपने-अपने गांव लौट आए हैं। ऐसे में प्रवासी कामगार अपने घर में ही बेगाने लग रहे हैं। प्रवासी जब अपने हिस्से का हक खोजते हैं तो भाइयों के बीच झगड़ा शुरू हो जाता है। इस तरह की कई घटनाएं प्रखंड क्षेत्र में सामने आ रही हैं।

loksabha election banner

²श्य - एक

खोदावंदपुर प्रखंड के बरियारपुर पश्चिमी पंचायत में ऐसा ही एक वाकया सामने आया है। यहां कोटा में मिलने वाली एक किलो दाल को लेकर दो भाई आपस में झगड़ गए और मारपीट करने लगे। इस घटना में बीच बचाव करने वाली मां भी गंभीर रूप से घायल हो गई। जिसका इलाज खोदावंदपुर अस्पताल में कराया गया। मामला थाना तक पहुंचा। तब मुखिया और सरपंच को बीच-बचाव के लिए आना पड़ा। आपसी बंटवारा के बाद मामला शांत हुआ।

²श्य - दो

मामला मेघौल पंचायत वार्ड संख्या पांच का है। जहां एक पिता के तीन पुत्र हैं। तीनों शादीशुदा हैं। घर मात्र दो है। द्वितीय पुत्र मुंबई में सपरिवार रहकर मजदूरी करता था। घर में बड़ा भाई परिवार के साथ रहता था। लॉकडाउन में जब छोटा भाई सपरिवार घर आया तो बड़े भाई ने घर में प्रवेश करने से रोक दिया। तीन दिनों तक दोनों भाई में झगड़ा झंझट होते रहा। यह मामला भी थाना पहुंचा। पुलिस ने हस्तक्षेप कर मामले को सुलझाया।

²श्य - तीन

यह मामला बरियारपुर पश्चिमी पंचायत का है। यहां भी तीन छोटी-छोटी बच्ची और पत्नी के साथ घर लौटे प्रवासी कामगार को उसके बड़े भाई ने अपने ही घर में घुसने नहीं दिया। मुखिया, सरपंच एवं ग्रामीण पंच जब मामले को सुलझा नहीं सके तो यह मामला भी थाना पहुंचा। वहां भी न्याय नहीं मिला। जब यह मामला अखबार की सुर्खियों में आया तो आनन-फानन में स्थानीय पुलिस ने अपने ही घर में बेगाना बने इस प्रवासी परिवार को उसके घर में प्रवेश कराया। यह तो एक बानगी है। ऐसी घटनाएं रोज प्रखंड के विभिन्न मोहल्लों में घट रही हैं। मेघौल पंचायत के मुखिया एवं मुखिया संघ के प्रखंड अध्यक्ष पुरुषोत्तम सिंह बरियारपुर पश्चिमी पंचायत के सरपंच लक्ष्मी यादव ने बताया कि लॉकडाउन में घर पहुंचे लोगों के बीच जमीन जायदाद का विवाद बढ़ गया है। फफौत पंचायत के सरपंच दिलदार हुसैन ने बताया कि

संयुक्त राशन कार्ड भी अप्रवासी कामगारों के बीच विवाद का एक बड़ा कारण बन रहा है। एक ही राशनकार्ड में चार भाई का नाम है। उसमें दो भाई बाहर रहते थे। उनके हिस्से का राशन का उपभोग गांव में रह रहे भाई कर रहे थे। परंतु, जब वे घर लौटे और अपनी हिस्से की मांग की तो विवाद शुरू हो गया।

प्रखंड प्रमुख अंजना कुमारी कहती हैं कि आसन्न संकट को नियंत्रित करने के लिए जन प्रतिनिधियों और प्रशासन के लोगों को मिल बैठकर समस्या के हल के लिए ठोस कार्य योजना तैयार करने की जरूरत है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.