श्रीमदभागवत ज्ञान के बिना मानव का उत्थान नहीं
श्रीमदभागवत ज्ञान के बिना मानव का उत्थान असंभव है। यह मानव समाज को ज्ञान की दिशा दिखाती है ।
बेगूसराय । श्रीमदभागवत ज्ञान के बिना मानव का उत्थान असंभव है। यह मानव समाज को ज्ञान की दिशा दिखाते हुए सर्वशक्तिमान बनाता है। उक्त बातें दुनही शिव मंदिर प्रांगण में आयोजित नौ दिवसीय संगीतमय भागवत कथा वाचक अरुण कुमार शास्त्री ने गुरुवार को कहीं। कहा, बड़े से बड़े ऋषि-मुनियों को समाधि का आनंद भागवत ज्ञान से ही प्राप्त हुआ है। श्रीमदभागवत कथा के सुनने मात्र से मानव को अकाल मृत्यु और दरिद्रता से मुक्ति मिलती है। इससे शांति का रास्ता लोगों को मिल जाता है। मनुष्य के अंदर छिपे सभी दुर्गुण इसके श्रवण मात्र से ही दूर हो जाते हैं। इसलिए कहा गया है कि जो मानव श्रीमदभागवत कथा का वाचन नहीं कर पाते हैं, तो जहां श्रीमदभागवत कथा होता है। वहां पहुंच कर इस कथा का श्रवण करें। कथा श्रवण करने मात्र से सांसारिक पीड़ा से मुक्ति मिल जाती है।
इस दौरान कथावाचक ने शास्त्र पुराणों के कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की। संगीतमय श्रीमदभागवत कथा की बह रही सरिता में गोता लगाने के लिए बड़ी संख्या में महिला एवं पुरुष शिव मंदिर परिसर में प्रतिदिन पहुंच रहे हैं। इस अवसर पर भगवान दत्त पाठक, कौशल ¨सह, सुनील कुमार चौधरी समेत बहुत से ग्रामीण मौजूद हैं।
संवाददाता- अरुण चंद्र झा
पढ़ी गई - घनश्याम झा ।