रोते हुए बिहार की पूर्व मंत्री मंजू वर्मा ने जज से कहा- आप भी महिला हैं, मुझे सल्फास दे दें
जेल में सजा काट रहीं बिहार की पूर्व मंत्री मंजू वर्मा ने कोर्ट में पेशी के दौरान महिला जज से कहा-जज साहेब, आप भी महिला हैं या तो मेरा इलाज करा दें या मुझे सल्फास दे दें।
बेगूसराय, जेएनएन। बीते 20 नवंबर से आर्म्स एक्ट मामले में बेगूसराय मंडल कारा में बंद पूर्व समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा ने बुधवार को मंझौल कोर्ट में पेशी के दौरान आपा खो दिया। उन्होंने महिला जज से एक महिला का दर्द समझने की गुहार लगाते हुए कहा कि या तो मेरे इलाज की समुचित व्यवस्था कराई जाए नहीं तो सल्फास दे दिया जाए।
बुधवार को पूर्व मंत्री और उनके पति चंद्रशेखर वर्मा को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मंझौल अनुमंडलीय न्यायालय में पेशी पर लाया गया। चंद्रशेखर भी इसी मामले में 29 अक्टूबर से जेल में बंद हैं। अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी संगीता रानी ने सुनवाई के बाद पेशी की अगली तारीख तय कर दोनों को वापस जेल भेज दिया है।
पेशी के दौरान पूर्व मंत्री ने जज से कहा कि आप महिला हैं और एक महिला का दर्द समझ सकती हैं। अब दांत समेत अन्य दर्द सहने की शक्ति जवाब देने लगी है। पहले से हाईपर टेंशन से परेशानी थी और अब लगातार दर्द निवारक दवाइयों के इस्तेमाल से किडनी भी खराब हो रही है। इलाज की समुचित व्यवस्था हो या मुझे सल्फास दे दिया जाए।
जज ने कहा कि हमारे हाथ बंधे हैं, जिसपर पूर्व मंत्री ने बिफरते हुए कहा कि हमें बताया जाए किनके हाथ खुले हैं, हम जहां अपना दर्द बयां करें। जज ने मेडिकल बोर्ड द्वारा बीमारियों से संबंधित प्रतिवेदन और अधिवक्ता द्वारा न्यायालय में दाखिल अर्जी का अवलोकन किया। इसके बाद वापस जेल भेज दिया गया।
बताते चलें कि पूर्व मंत्री व उनके पति चंद्रशेखर वर्मा पर सीबीआई की छापेमारी के दौरान पैतृक घर से कारतूस बरामदगी पर चेरिया बरियारपुर थाने में आम्र्स एक्ट के तहत कांड दर्ज कराया गया था। दोनों ने पुलिस दबिश के बाद कोर्ट में आत्मसर्पण कर दिया था।