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शराब कारोबार को लेकर गैंगवार में गई आनंद की जान

नावकोठी थाना क्षेत्र के महेशवाड़ा गांव में शुक्रवार को हुए गैंगवार को शराब के अवैध कारोबार से जोड़कर देखा जा रहा है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 21 Sep 2018 09:42 PM (IST)Updated: Fri, 21 Sep 2018 09:42 PM (IST)
शराब कारोबार को लेकर गैंगवार में गई आनंद की जान
शराब कारोबार को लेकर गैंगवार में गई आनंद की जान

बेगूसराय । नावकोठी थाना क्षेत्र के महेशवाड़ा गांव में शुक्रवार को हुए गैंगवार को शराब के अवैध कारोबार से जोड़कर देखा जा रहा है। गैंगवार में मारा गया आनंद मोहन एक शातिर अपराधी था। वह हाल ही में जेल से छूटकर बाहर आया था। स्थानीय लोगों की मानें तो बीते करीब डेढ़ वर्षों से अवैध शराब कारोबारियों के लिए नावकोठी थाना क्षेत्र एवं चेरिया बरियारपुर थाना क्षेत्र सॉफ्ट जोन बना हुआ है। उक्त इलाके में मुख्य रूप से दो गिरोह अवैध शराब का कारोबार कर रहा है। अमूमन हर दूसरे दिन क्षेत्र में शराब की बड़ी खेप आती है। गैंगवार का मुख्य कारण शराब माफियाओं के गैंग द्वारा एक दूसरे का शराब लूटना या फिर पुलिस की मुखबिरी कर एक दूसरे का शराब पकड़वाना बताया जा रहा है।

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प्राप्त जानकारी के अनुसार, शुक्रवार को एक स्कॉर्पियो गाड़ी पर सवार होकर मंझौल ओपी क्षेत्र के पबरा निवासी स्व. विपिन ¨सह का पुत्र दिवाकर कुमार, मुफस्सिल थाना क्षेत्र के वासुदेवपुर निवासी महेश ¨सह का पुत्र विक्रम ¨सह, नावकोठी थाना क्षेत्र के वृंदावन, डफरपुर निवासी मनोज ¨सह का पुत्र नवनीत कुमार तथा महेशवाड़ा निवासी ¨सटू कुमार महेशवाड़ा के ही रामानुज ¨सह के पुत्र आनंद मोहन ¨सह के घर पर पहुंचे। उन लोगों ने आनंद को अपने साथ ले कर बाजार करने के लिए चला था।

विक्रम ¨सह ने बताया कि जब वे लोग महेशवाड़ा ठाकुरबारी के समय पहुंचे तो अचानक उसी गांव का अपराधी वैभव वर्धन उर्फ बिट्टू सरदार अपने चार अन्य साथियों के साथ स्कॉर्पियो से वहां पहुंचा और उसकी गाड़ी के आगे गाड़ी खड़ी कर दिया। अपराधियों ने अचानक से उसकी गाड़ी पर अंधाधुंध फाय¨रग शुरू कर दिया। गोलीबारी होता देख सभी लोग इधर उधर भागने लगे। फिर अपराधियों ने खदेड़ कर आनंद मोहन को गोली मार दी। गोली आनंद मोहन के सिर में लगी। इसके बाद सभी अपराधी फरार हो गए। आनंद मोहन को घायल अवस्था में विक्रम ने दिवाकर के साथ मिलकर आनन-फानन में इलाज के लिए बेगूसराय ग्लोकल हॉस्पिटल लाया। जहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद वे लोग आनंद मोहन के शव को लेकर उसके घर पर पहुंचे। जहां पहले से ही भीड़ लगी हुई थी। विक्रम ने बताया कि उनकी गाड़ी के आनंद मोहन के दरवाजे पर पहुंचते ही गांव के उप मुखिया मृत्युंजय ¨सह के इशारे पर लोग उन पर टूट पड़े। लोगों ने विक्रम तथा दिवाकर को पकड़कर लाठी, डंडे, लोहे का रड आदि से बुरी तरह से पीटा। हालांकि घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने भीड़ के हाथों से उन दोनों को अपने कब्जे में लिया। इसके बाद पुलिस ने उन दोनों को इलाज के लिए सदर अस्पताल पहुंचाया। जहां उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए बेहतर इलाज के लिए शहर के अलग-अलग निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया। जहां चिकित्सक ने दिवाकर की स्थिति को गंभीर बताया है। वहीं आक्रोशित भीड़ ने पीट-पीटकर विक्रम के भी हाथ-पांव तोड़ डाले हैं।

नाव कोठी थाना अध्यक्ष शशि कुमार ने बताया कि आनंद मोहन के खिलाफ आधा दर्जन से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं। वहीं दिवाकर के ऊपर भी अवैध शराब के कारोबार से संबंधित एक मामला दर्ज है। थानाध्यक्ष ने बताया कि फिलहाल मृतक के परिजनों ने थाने में एफआईआर दर्ज नहीं कराया है। प्राथमिकी दर्ज होने के बाद ही घटना के मूल कारणों का पता चल पाएगा।

एक कंस्ट्रक्शन कंपनी के लिए करते थे काम

दिवाकर के परिवार वालों ने बताया किदिवाकर मोबिल के कारोबार के साथ साथ आई री कंस्ट्रक्शन कंपनी के लिए काम करता है। लोगों ने बताया कि शुक्रवार को दिवाकर अपने साथियों के साथ पहले देवघर जाता। फिर वहां से वह अपने वर्किंग साइट पर जाता। परंतु वहां जाने से पहले ही अपराधियों ने दिवाकर के साथी आनंद मोहन को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया।


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