सिवरेज व ड्रेनेज सिस्टम की समस्या से जूझ रहा बांका
बांका। बांका नगर पंचायत को नगर परिषद का दर्जा मिलने के बाद भी शहर की व्यवस्था नहीं बदल सकी है।
बांका। बांका नगर पंचायत को नगर परिषद का दर्जा मिलने के बाद भी शहर की व्यवस्था नहीं बदल सकी है। हल्की सी बारिश में भी सड़कों पर बहने वाले गंदे पानी एवं बजबजाती व जाम नालियां शहर की पहचान बन गई है। जिससे पर्व त्योहारों में शहर की स्थिति नारकीय बन जाती है। जबकि शहर में बहने वाले गंदे व नाले के पानी के प्रबंधन के लिए यहां करोड़ों की लागत से सिवरेज व ड्रेनेज सिस्टम बनाए जाने की योजना थी। जो योजनाएं स्वीकृति के इंतजार में आज तक ठंडे बस्ते में बंद है।
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2012 में सरकार को भेजा गया था डीपीआर :
शहर को स्वच्छ व इको फ्रेंडली बनाने के लिए नगर विकास एवं आवास विभाग की ओर से यहां सिवरेज व ड्रेनेज सिस्टम बनाए जाने की योजना थी। इसके लिए 2012 में नगर पंचायत विभाग ने योजना का डीपीआर तैयार कर नगर विकास एवं आवास विभाग के माध्यम से उसकी स्वीकृति के लिए सरकार को भेजा था। लेकिन आज तक स्वीकृति नहीं मिली है।
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30 करोड़ से बनना था सिवरेज व ड्रेनेज सिस्टम :
शहर में गंदे पानी के प्रबंधन के लिए नगर परिषद ने करीब 30 करोड़ के योजना का डीपीआर तैयार किया था। लेकिन कुछ तकनीकी कारणों की वजह से इस योजना को मंजूरी नहीं मिल सकी है।
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कोट
शहर में सिवरेज व ड्रेनेज सिस्टम की व्यवस्था के लिए नगर विकास एवं आवास विभाग की ओर से इस योजना का डीपीआर तैयार कर स्वीकृति के लिए 2012 में ही केंद्र सरकार के पास भेजा गया था। लेकिन सरकार से इस योजना को स्वीकृति नहीं मिलने से यहां सिवरेज व ड्रेनेज सिस्टम की व्यवस्था नहीं की जा सकी है।
अनिल कुमार ¨सह, उपाध्यक्ष नगर परिषद