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Banka News: नौ करोड़ की खेल सामग्री खरीद में खेल से उठेगा पर्दा, 22 सौ सरकारी विद्यालयों के लिए हुई थी खरीदारी

Sports Goods Scam बिहार शिक्षा परियोजना बांका कार्यालय ने इसी साल मार्च में जिला के सभी 22 सौ सरकारी विद्यालयों को नौ करोड़ रुपये की बड़ी लागत से खेल सामग्री उपलब्ध कराया है। खेल सामग्री इतनी घटिया है कि यह बच्चों का खिलौना प्रतीत होता है।

By Rahul KumarEdited By: Umesh KumarPublished: Thu, 22 Sep 2022 10:18 PM (IST)Updated: Fri, 23 Sep 2022 12:51 AM (IST)
Banka News: नौ करोड़ की खेल सामग्री खरीद में खेल से उठेगा पर्दा, 22 सौ सरकारी विद्यालयों के लिए हुई थी खरीदारी
नौ करोड़ की खेल सामग्री खरीद में खेल से उठेगा पर्दा।

बांका,जागरण संवाददाता। सरकारी विद्यालयों में खेल सामग्री खरीद में हुए खेल से जल्द पर्दा उठ सकता है। बिहार शिक्षा परियोजना बांका कार्यालय ने इसी साल मार्च में जिला के सभी 22 सौ सरकारी विद्यालयों को नौ करोड़ रुपये की बड़ी लागत से खेल सामग्री उपलब्ध कराया है। इस राशि से सभी हाईस्कूल को 25-25 हजार, मध्य विद्यालयों को 15-15 हजार और प्राथमिक विद्यालयों को पांच-पांच हजार रुपये की खेल सामग्री खरीद कर दी गई है।

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खेल सामग्री इतनी घटिया है कि यह बच्चों का खिलौना प्रतीत होता है। मार्च में विद्यालयों को इसकी आपूर्ति होने के बाद से इसपर सवाल उठना शुरु हो गया था। पांच और 15 हजार की कौन पूछे 25 हजार रुपया वाले विद्यालयों को भी गिनती का कुछ घटिया खेल सामग्री ही नसीब हो सकी है। इस संबंध में प्राथमिक शिक्षक संघ शंभुगंज की शाखा ने डीएम, डीईओ के अलावा शिक्षा विभाग के सचिव तक को पत्र लिखकर इसकी जांच कराने की मांग की थी।

बनाई गई है तीन सदस्यीय कमेटी

इसी आलोक में भागलपुर के क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक सत्येंद्र झा ने पूरे प्रकरण की जांच के लिए एक कमेटी बना दी है। उन्होंने भागलपुर के जिला शिक्षा पदाधिकारी की अगुवाई में जांच की तीन सदस्यीय कमेटी बना दी है। इसमें भागलपुर के डीपीओ एमडीएम और बांका के डीपीओ माध्यमिक शिक्षा को सदस्य बनाया गया है। आरडीडीई ने 15 दिनों के अंदर इसकी जांच कर रिपोर्ट मांगी है।

अधिकारियों के फूले हाथ-पांव

साथ ही डीपीओ सर्व शिक्षा अभियान बांका को इसमें आवश्यक सहयोग करने का निर्देश दिया गया है। जांच कमेटी गठन के साथ ही खेल सामग्री खरीद में शामिल अधिकारी व कर्मियों का हाथ-पांव फूलने लगा है। खेल शिक्षकों ने बताया कि हाईस्कूल को 25 हजार की जगह अधिकतम 10 हजार रुपये की सामग्री दी गई है। सामग्री इतना घटिया है कि हाईस्कूल के बच्चे इससे खेल ही नहीं सकते हैं।

खेल के लिए खरीदी गई थी सामग्री

शिक्षा अधिकारी सरकारी राशि का बंदरबांट करने पर तुले रहते हैं। बांका में खेल सामग्री खरीद की राशि इसी बंदरबांट की बलि चढ़ गई है। काफी समय बाद सभी विद्यालयों में लाखों बच्चों के खेल विकास के लिए खेल सामग्री खरीद के लिए जिला को राशि मिली थी। मगर इसे विद्यालय को उपलब्ध नहीं कराकर एसएसए ने खरीद कर बड़ी लूट मचाई है।

जांच कर इसके दोषी पर कड़ी कार्रवाई की जाय। घनश्याम प्रसाद यादव, प्रधान सचिव, बांका उपलब्ध करायी गई खेल सामग्री स्कीपिंग रोप, शाट पुट, डिस्कस, बैडमिंटन रैकेट, टेनिस बाल, क्रिकेट बैट, पीयू वालीबाल, वालीबाल नेट, बास्केट बाल, हेंडबाल, फर्स्ट एड किट, वेट मशीन, खो-खो पोल, फूटपंप सहित 24 सामग्री दी गई।


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