आदित्यनाथ का आज पहुंचेगा शव, शोक में डूबा मंदार
बांका। अद्वैत मिशन शिक्षण संस्थान के निदेशक आदित्यनाथ के निधन से शिक्षा जगत सहित सभी क्षेत्रों में शोक की लहर है।
बांका। अद्वैत मिशन शिक्षण संस्थान के निदेशक आदित्यनाथ के निधन से शिक्षा जगत सहित सभी क्षेत्रों में शोक की लहर है। उनका शव सोमवार की सुबह कोलकाता से आने की संभावना है। अद्वैत मिशन परिसर में ही आंनद शंकर माधवन के समाधिस्थल के समीप उन्हें समाधि दी जाएगी। केरल के पुदूकोड गांव में जन्मे आदित्यनाथ को शिक्षा व माधवन के सिद्धांतों से सदा ही लगाव था। वे सदा ही आनंद शंकर माधवन के 'सत्यम शिवम सुन्दरम' के पदचिन्हों पर चलते थे। इधर, उनके निधन के बाद पूरा क्षेत्र मर्माहत है। साहित्यकार मनोज मिश्रा ने बताया कि वह मैनेजमेंट के जादूगर थे। उदय शंकर झा चंचल ने बताया कि कड़ी मेहनत और लगन के साथ आदित्यनाथ ने इस इमारत को खड़ा कर पूरे समाज व देश में शिक्षा का मशाल जलाने का काम किया। राजाराम अग्रवाल ने बताया कि वे खुश मिजाज इंसान थे। सेवानिवृत्त शिक्षक सुरेंद्र प्रसाद ¨सह ने कहा कि वह शिक्षा की दिशा में एक मिसाल थे। इधर भाजपा के महिला जिलाध्यक्ष नीलम ¨सह ने इनके निधन पर गहरा दुख प्रकट किया है। कहा कि विवेक कुशल शिक्षाविद थे। एमएलसी मनोज यादव ने बताया कि इनका निधन काफी दुखदाई है। उनके निधन से शिक्षा जगत में काफी क्षति पहुंची है। जिप सदस्य विजय किशोर ¨सह ने कहा कि इनके निधन से शिक्षा जगत को काफी नुकसान हुआ है। पूर्व सांसद जयप्रकाश नारायण यादव ने कहा कि आदित्यनाथ शिक्षा के धरोहर थे। एक महान शिक्षाविद थे। उनके निधन से शिक्षा जगत को अपूरणीय क्षति हुई है। राजद प्रवक्ता ओमप्रकाश गुप्ता सहित अन्य ने शोक प्रकट किया है।