मंदार महोत्सव मंच से अंधविश्वास पर चला साइंस का जादू
बांका। मंदार महोत्सव के मंच पर गुरुवार को अंधविश्वास पर साइंस का जादू सिर चढ़कर बोला। साइंस फॉर सोसाइटी की ओर से आयोजित विज्ञान के चमत्कार कार्यक्रम के जरिए लोगों की आंखों से अंधविश्वास की काली पट्टी खोली गई।
बांका। मंदार महोत्सव के मंच पर गुरुवार को अंधविश्वास पर साइंस का जादू सिर चढ़कर बोला। साइंस फॉर सोसाइटी की ओर से आयोजित विज्ञान के चमत्कार कार्यक्रम के जरिए लोगों की आंखों से अंधविश्वास की काली पट्टी खोली गई। जिसमें लोगों को बंद नारियल के अंदर से फूल और खून निकाल कर दिखाए गए। इसके अलावा जलते आग को मुंह में लेने, बिना आग जलाए हवन कुंड में अग्नि प्रज्वलित करना, बिना चाकू से काटे छिले के अंदर केले को कई टुकड़ों में काटना, दूध से धुले पैर को सफेद चादर पर रखकर लाल पद चिन्ह उकेरना आदि चमकत्कार दिखाए गए। जिससे लोग समाज में तंत्र सिद्धि और मंत्र के दम पर लोगों को बेवकूफ बनाने वाले ढोंगी बाबा के चक्कर में फंस कर अपना समय और पैसा बर्बाद न करें। इसके बाद लोगों को साइंस फॉर सोसाइटी के संयुक्त राज्य समन्वयक दीपक कुमार ने एक-एक कर इन चमत्कारों के राज भी बताए। उन्होंने बताया कि पोटाशियम परमेगनेट में गिलिशरीन मिलाने से उष्मा क्षेपि अभिक्रिया होने की वजह से उसमें स्वत: आग लग जाती है। जबकि कपूर की आग का प्रज्वलन ताप कम होने से जलते कपूर को मुंह में डालने पर कोई नुकसान नहीं होता है। वहीं, नारियल के मुलायम छिद्र के जरिये फूल या ¨सदूर डालकर उसे काजल से पहले ही बंद कर दिया जाता है और केले में सुई धागा के जरिये बाहर से ही उसे टुकड़ों में काट दिया जाता है। ऐसे ही चमत्कार दिखाकर ढोंगी बाबा लोगों को अपने झांसे में लेकर उसका आर्थिक दोहन करते हैं। इस कार्यक्रम से लोगों को जागरूक कर समाज से अंधविश्वास को दूर भगाने में अहम योगदान रहा। जिला समन्वयक अरुण कुमार अमन, विज्ञान की शिक्षिका अनामिका नंदनी, एमडीएम आरपी सुप्रीया कुमारी एवं छात्र चिनमय गुप्ता ने लोगों को विज्ञान के कई चमत्कार दिखाए। जिन्हें पुरस्कृत भी किया गया।