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कोहरे के कहर से मौत के आगोश में समा रही ¨जदगी

बांका। कोहरे के कहर से हर साल मौत के आगोश में कई ¨जदगी समा रही है। एक आंकड़े के मुताबिक जिला में 30 फीसद सड़क हादसे कोहरे की वजह से हो रही है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 14 Nov 2018 09:33 PM (IST)Updated: Wed, 14 Nov 2018 09:33 PM (IST)
कोहरे के कहर से मौत के आगोश में समा रही ¨जदगी
कोहरे के कहर से मौत के आगोश में समा रही ¨जदगी

बांका। कोहरे के कहर से हर साल मौत के आगोश में कई ¨जदगी समा रही है। एक आंकड़े के मुताबिक जिला में 30 फीसद सड़क हादसे कोहरे की वजह से हो रही है। हर साल 40 से अधिक लोगों की मौत कोहरे की वजह से हुए सड़क हादसों में हो रही है। पिछले साल के आंकड़ों पर नजर डाले तो यहां ढाई सौ से भी अधिक सड़क हादसे हुए। जिसमें 160 लोगों की जाने गई। इस बार भी अब तक यहां डेढ़ सौ सड़क हादसों में सौ लोगों की मौत हो चुकी है। बावजूद इसके, अधिकांश लोग कोहरे में वाहन चलाते वक्त सावधानी नहीं बरत रहे हैं। इस पर जागरूकता व सावधानी से ही रोक संभव है।

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डे-टाइम र¨नग लाइट में लगा दिया स्वीच :

सड़क सुरक्षा को लेकर सरकार ने एक अप्रैल 2017 से सभी बाइकों में डे-टाइम र¨नग लाइट अनिवार्य कर दिया। लेकिन बैट्री की खपत कम करने के लिए 50 फीसद से अधिक लोगों ने अपने दो पहिये वाहनों के डे-टाइम र¨नग लाइट में स्वीच लगवा दिया। अब वे सिर्फ शाम व रात के वक्त ही ऑन करते हैं। कोहरे में भी लोग फॉग लाईट, बीम लाईट, इंडीकेटर, डे-टाइम र¨नग लाईट व हार्न का प्रयोग जानकारी के अभाव में कम करते हैं।

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कैसे बचें कोहरे के कोहराम से :

कोहरे के कोहराम से बचाव के लिए सावधानी जरूरी है। कोहरे में वाहन चलाना किसी जोखिम से कम नहीं है। कोहरे में ²श्यता काफी कम होती है और अनहोनी की आशंका बनी रहती है। ऐसे हालात में सुरक्षित सफर के लिए कुछ एहतियात जरूरी है। कोहरा सुबह व शाम के वक्त ज्यादा गहरा होता है। इसलिए अपने व आसपास के इलाकों सहित अपनी मंजिल के मौसम की जानकारी रखना जरूरी है। खासकर नदियों, झीलों व निचले इलाकों में कोहरा अधिक घना होता है।

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फॉग लाइट का करें इस्तेमाल :

वाहनों में लगे सामान्य लाइट कोहरे में काम नहीं करती। अपने वाहनों में लेजर फॉग लैंप, एलइडी फॉग लाइट, एचआइडी फॉग लाइट, एईडी इम्युलेशन व हैलोजन लैंप लगवाएं और गाड़ी चलाते वक्त उसे चालू रखें। जब पीली बत्ती में भी सड़क न दिखे तो वाहन चलाने से परहेज करें। वाहनों के चारो ओर रेडियम की पट्टी या पीले रंग का रिफ्लेक्टर लगाएं। घने कोहरे में चार पहिया वाहन लो बीम लाइट में चलाएं, इससे सामने का ²श्य साफ दिखेगा। जबकि हाई बीम लाइट कोहरे से रिफ्लेक्ट हो कर वापस हो जाती है।

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दूसरे वाहनों की लाइट पर रखें नजर :

कोहरे में दूसरे वाहनों की लाइट पर भी नजर रखें। आगे और पीछे चल रहे वाहनों से दस सेकंड समय की दूरी बनाए रखें। वाहनों की रफ्तार तेज न करें। जिससे अचानक सामने आने वाले वाहनों के साथ ही सड़कों पर बैठे जानवरों से भी बचा जा सके।

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कोट

सड़क हादसों पर रोक के लिए विभाग लगातार सड़क सुरक्षा अभियान चला रहा है। जिसके माध्यम से लोगों को यातायात नियमों का पालन व सावधानी बरतने के लिए जागरूक किया जा रहा है। इससे कुछ सुधार निश्चित रूप से हुआ है पर अभी बहुत बदलाव की जरूरत है।

अर¨वद मंडल, डीटीओ


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