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सीवरेज सिस्टम लगने के बाद दूर होगी शहर में जलजमाव की समस्या

संवाद सूत्र बांका शहर में जलजमाव सबसे बड़ी समस्या बनी हुई है। इससे लोगों को निजात दिलाने के लिए सीवरेज सिस्टम का डीपीआर तैयार किया गया है। इस डीपीआर के आधार पर काम हुआ तो निश्चित रूप से शहर में जलजमाव की समस्या नहीं होगी। इसके साथ ही शहर से निकलने वाले गंदा पानी के निस्तारण की भी व्यवस्था नहीं है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 25 Nov 2021 09:39 PM (IST)Updated: Thu, 25 Nov 2021 09:39 PM (IST)
सीवरेज सिस्टम लगने के बाद दूर होगी शहर में जलजमाव की समस्या
सीवरेज सिस्टम लगने के बाद दूर होगी शहर में जलजमाव की समस्या

अभियान

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-शहर में जल निस्तारन की व्यवस्था नहीं रहने से नदी में बह रहा गंदा पानी

- पटना बुडको कार्यालय से हरी झंडी मिलते ही शुरू होगा कार्य

फोटो: 25बीएन 21,22

संवाद सूत्र, बांका : शहर में जलजमाव सबसे बड़ी समस्या बनी हुई है। इससे लोगों को निजात दिलाने के लिए सीवरेज सिस्टम का डीपीआर तैयार किया गया है। इस डीपीआर के आधार पर काम हुआ तो निश्चित रूप से शहर में जलजमाव की समस्या नहीं होगी। इसके साथ ही शहर से निकलने वाले गंदा पानी के निस्तारण की भी व्यवस्था नहीं है। शहर से निकलने वाला गंदा पानी सीधी चांदन नदी या ओढ़नी नदी में गिरती है। इससे नदी का पानी दूषित हो रहा है।

शहर में कचरा प्रबंधन, शौचालय का सही उपयोग और जलजमाव की समस्या का असर स्वच्छता रैकिग में देखने को मिली है। केंद्र सरकार की ओर से जारी की गई स्वच्छता रैकिग में बांका का प्रदर्शन काफी खराब रहा। इस बार देश भर में बांका का स्थान 478वां है।

शहर वासियों को बारिश के दिनों में जलजमाव का सामना न करना पड़े इसके लिए नगर परिषद द्वारा एक विस्तृत कार्य योजना तैयार की गई है। यदि यह कार्य धरातल पर उतरती है तो निश्चित रूप से शहर वासियों को जलजमाव की समस्याओं से निजात मिलेगा। लेकिन काफी दिनों से इसका कार्य अटका हुआ है। शहर का डीपाआर बनकर तैयार है। पटना बुडको कार्यालय से हरी झंडी मिलते ही कार्य प्रारंभ कर दी जाएगी। ------------

नाले की नियमित सफाई नहीं होने से होती है परेशानी

शहर में नाले की नियमित सफाई नहीं होने से लोगों को काफी परेशानी होती है। खास कर बारिश के दिनों में शहर के लगभग सभी वार्डो में नाली का गंदा पानी सड़क पर बहता है। इससे लोगों को काफी परेशानी होती है।

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नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी भवेश कुमार से सवाल

सवाल : शहर में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में क्या अड़चन है।

जवाब: बांका शहर के लिए वेस्ट वाटर ट्रीटमेंट लगाने के लिए कोई कार्य योजना नहीं है। सरका द्वारा बांका शहर का चयन वाटर वेस्ट ट्रीटमेंट प्लांट लगाने के लिए नहीं किया गया है। अभी शहर ने निकलने वाला वेस्ट पानी जमुआजोर होते हुए चांदन नदी और कुछ भाग का पानी ओढ़नी नदी में गिरती है।

सवाल: सीवरेज सिस्टम का क्या प्लान है।

शहर में जलजमाव की समस्या को दूर करने के लिए नए मास्टर प्लान तैयार किया गया है। इसमें शहर से निकलने वाले पानी की निकासी के लिए समुचित व्यवस्था की गई है। डीपीआर पटना बुडको कार्यालय में पेंडिग पड़ा है। इसकी हरी झंडी मिलते ही कार्य शुरू हो जाएगी। इसके बाद शहर वासियों को बारिश के दिनों में जलजमाव की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा।

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60 करोड़ की बनाई गई है योजना

शहर में जलजमाव की समस्या को दूर करने के लिए 60.49 करोड़ की योजना बनाई गई है। स्टार्म वाटर ड्रेन सिस्टम का जाल बिछाकर इस समस्या को दूर किया जाएगा। इसके लिए सभी नाले को समेकित कर तीन दिशा में पानी का बहाव किया जाएगा। डीएम सुहर्ष भगत के आदेश पर बुडको की टीम ने शहर का निरीक्षण किया है। योजना स्वीकृत होते ही काम शुरू कर दिया जाएगा। इसके लिए नगर परिषद सक्रिय है।

संतोष कुमार सिंह, अध्यक्ष, नगर परिषद, बांका

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मैं भी स्वच्छता प्रहरी

फोटो: 25बीएन 17

अपने घर और आसपास स्वच्छ रखने के साथ ही शहर को भी साफ रखना हम सभी की जिम्मेदारी है। इसके लिए सभी लोगों के सहयोग की आवश्यकता है। केवल नगर परिषद द्वारा सफाई के भरोसे हमारा शहर स्वच्छ नहीं होगा। इसके लिए हम सभी को मिलकर कार्य करना होगा। अपने घर में सूखा और गीला कचरा को अलग-अलग रखने के साथ ही नगर परिषद की गाड़ी आने पर उसे अलग-अलग डब्बे में डालते है।

निरमल कुमार, समाजसेवी


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