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नहर के बाद भी पड़रिया पंचायत में सिचाई की बड़ी समस्या

बांका। प्रखंड मुख्यालय से करीब दस किलोमीटर की दूर पर स्थित पड़रिया पंचायत की एक अलग पहचान है। यह पंचायत खेती-किसानी के नाम से जानी जाती है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 03 Mar 2021 09:59 PM (IST)Updated: Wed, 03 Mar 2021 09:59 PM (IST)
नहर के बाद भी पड़रिया पंचायत में सिचाई की बड़ी समस्या
नहर के बाद भी पड़रिया पंचायत में सिचाई की बड़ी समस्या

बांका। प्रखंड मुख्यालय से करीब दस किलोमीटर की दूर पर स्थित पड़रिया पंचायत की एक अलग पहचान है। यह पंचायत खेती-किसानी के नाम से जानी जाती है। इसके बाद भी सिचाई व्यवस्था ठीक नहीं है।

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पंचायत के दक्षिण भाग में कलिया नदी पर ओझाघाटी बीयर एवं पूर्वी भाग में चक्रधर बीयर का जीर्णोद्धार होने से किसानों की समस्या दूर होगी। पड़रिया में करीब 50 लाख की लागत से बिहार सरकार भवन बनाया गया है। आठ वर्ष बीतने के बाद भी विभाग द्वारा आज तक इसमें एक भी कर्मी को बहाल नहीं किया गया है।

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पंचायत सरकार भवन की हालत जर्जर

परिणाम स्वरूप सरकार भवन जर्जर हो चुका है। भवन के खिड़की, दरवाजे की चोरी हो रही है। स्थानीय लोगों का कहना हुआ कि साल में दो बार 26 जनवरी एवं 15 अगस्त के दिन सरकार भवन के सामने झंडोत्तोलन होता है। इसके अलावा दिनभर आवारा पशुओं का जमघट लगा रहता है। कई सरकारी भवन ग्राम कचहरी, सामुदायिक भवन जर्जर अवस्था में है। पंचायत की करीब 11 हजार की आबादी है। जिसमें मात्र एक उच्च विद्यालय है। आठवीं कक्षा की बाद छात्र-छात्राओं को पढ़ाई के लिए अन्यत्र जाना पड़ता है। समेकित बाल विकास केंद्र की हालत ठीक नहीं है। ---

पंचायत की भौगोलिक स्थिति

पंचायत के दक्षिण और पूर्वी भाग में कलिया नदी है। नदी तल अत्यधिक गहरा होने से खेतों तक पानी नहीं पहुंच पाती है। कुन्नथ गांव में मां काली की मंदिर शक्तिशाली है।

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पंचायत एक नजर में -

पंचायत की आबादी - 11000

वार्ड की संख्या- 09

मतदाता की संख्या -5687

आंगनबाड़ी केंद्र की संख्या-09

स्वास्थ्य उपकेंद्र - एक

उच्च विद्यालय - एक

मध्य विद्यालय - 04

प्राथमिक विद्यालय - 08

सामुदायिक भवन - 01

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मुखिया का दावा

मुखिया विद्या वर्मा ने बताया कि वर्ष 2016 में पंचायत में जिम्मेदारी मिली है। सात निश्चय, मनरेगा, खेती - किसानी सहित हरेक क्षेत्र में काम किया गया है। नशा उन्मूलन, दहेज एवं बाल-विवाह, पर्यावरण संरक्षण, जल संचयन सहित हरेक जनकल्याणकारी योजनाओं में बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया है। सरकारी योजनाओं में पशु शेड, शौचालय निर्माण, पीएम आवास दिलाने के अलावा राशन-केरोसिन, समाजिक सुरक्षा पेंशन सहित अन्य लाभ दिलाया गया है। कुछ काम अधूरे रह गए हैं। यदि फिर से पंचायत की जिम्मेदारी मिलती है तो उसे ईमानदारी से पूरा करने का काम करेंगे।

विद्या वर्मा, मुखिया

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ग्रामीणों की राय

पंचायत का चौमुखी विकास हुआ है। कलिया नदी पर ओझाघाटी और चक्रधारी बीयर बना दे तो किसानों की परेशानी दूर हो जाएगी।

निरंजन सिंह

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पिछले पांच वर्षों में पंचायत का विकास बहुत हुआ है। यदि पंचायत सरकार भवन में सरकारी काम शुरू हो जाए तो पंचायतवासियों को काफी लाभ मिलेगा।

चक्रवर्ती सिंह

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पंचायत का चौमुखी विकास हुआ है। पंचायत में मात्र एक उपस्वास्थ्य केंद्र है। यदि चिकित्सकीय सुविधा दूर हो जाए तो महिलाओं को सुविधा होगी।

सुनैना देवी

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पंचायत में पांच वर्षों के अंदर बहुत काम हुआ है। पंचायत सरकार भवन में काम शुरू नहीं होने से छात्र - छात्राओं को जाति, आवासीय आय सहित अन्य कार्यों के लिए मुख्यालय का चक्कर काटना पड़ रहा है।

अमीत कुमार


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