ऑक्सीजन के अभाव में नहीं गई कोई जान
बांका। ऑक्सीजन के अभाव में जिला के सरकारी अस्पताल या आइसोलेशन सेंटर में किसी कोरोना संक्रमित की मौत अबतक नहीं हुई है।
बांका। ऑक्सीजन के अभाव में जिला के सरकारी अस्पताल या आइसोलेशन सेंटर में किसी कोरोना संक्रमित की मौत अबतक नहीं हुई है। इसकी बड़ी वजह में यह भी है कि जिला के संक्रमितों को ऑक्सीजन की जरूरत भी कम पड़ी। 21 सौ के करीब पहुंचे संक्रमित में दो दर्जन को ही ऑक्सीजन देने की जरूरत पड़ी।
दरअसल, पहले दौर में पॉजिटिव होकर आइसोलेशन सेंटर में भर्ती अधिकांश मरीज परदेश से लौटे कामगार थे। इसमें अधिकांश पैदल, साइकिल, बाइक या ट्रक पर सवार होकर बांका पहुंचे थे। ये सभी आइसोलेशन सेंटर में 14 दिन रहकर बिना किसी लक्षण के ही स्वस्थ होकर घर चले गए। बाद में सदर अस्पताल में कोविड केयर सेंटर बना। तबतक संक्रमित को होम आइसोलेशन की सुविधा मिल गई। इसके बाद आइसोलेशन में मरीज की संख्या लगातार कम होती चली गई। हालांकि सदर अस्पताल में कोरोना को लेकर शुरु से ही 80 जंबो ऑक्सीजन सिलिंडर का स्टॉक जमा रखा गया है। कोविड केयर सेंटर पर ड्यूटी कर रहे चिकित्सक डॉ. शौकत अंसारी और डॉ. मुनव्वर बताते हैं कि बांका सेंटर में भर्ती अधिकांश संक्रमित बिना किसी कोरोना लक्षण के ही स्वस्थ हो गए। गिनती के कुछ पॉजिटिव को बुखार, सर्दी और खांसी की दवा देने पड़ी। पहले से गंभीर रूप से बीमार कुछ मरीजों को ऑक्सीजन सपोर्ट देना पड़ा।
सदर अस्पताल प्रबंधक अमरेश कुमार बताते हैं कि जिला में कभी ऑक्सीजन की कमी नहीं रही है। अस्पताल ने इमरजेंसी के लिए 24 सौ किलो ऑक्सीजन का स्टॉक रखा है। जबकि इससे अधिक ऑक्सीजन का ऑर्डर देकर रखा गया है। आइसोलेशन वार्ड में मृत एक संक्रमित महिला को दो दिन से ऑक्सीजन पर रखने के बाद रेफर किया गया था, लेकिन उसके भागलपुर नहीं जाने से मौत हो गई थी।