शव आते ही गांव में मचा कोहराम
बांका। 30 वर्षीय ट्रक चालक रुपेश यादव का शव गांव वारसाबाद आते ही परिजनों में कोहराम मच गया।
बांका। 30 वर्षीय ट्रक चालक रुपेश यादव का शव गांव वारसाबाद आते ही परिजनों में कोहराम मच गया। परिजनों के करूण क्रंदन से सभी की आंखें नम थी। पत्नी नवीता देवी बार बार अचेत हो रही थी। रूपेश की मौत से पांच परिजनों का गुजारा कौन करेगा। यह भी एक ¨चता है। ज्ञात हो कि तीन भाई बहनों में रुपेश सबसे बड़ा था। छोटा भाई रितुरंजन दशवीं कक्षा में पढ़ाई कर रहा है। बहन की शादी दो वर्ष पूर्व हो चुकी है। बचपन में ही रोहित के पिता का साया उठ जाने के बाद मां ने किसी तरह सभी बच्चों का पालन किया है। घर की माली हालत खराब होने की वजह से रूपेश होश संभालते ही काम करना शुरू कर दिया। परिजनों ने बताया कि वे पिछले दस वर्षों से ट्रक चलाने का काम करता था। उसकी शादी वर्ष 2010 में भागलपुर जिले के बाथ थाना क्षेत्र के हलकराचक गांव में हुई थी। जिसमें दोनों से दो संतान हुए। पुत्री संध्या कुमारी तीन वर्ष एवं एक वर्ष का मासूम पुत्र अक्षय है। अमरपुर से सड़क दुर्घटना में रूपेश की मौत की खबर मिलते ही परिजनों में गम का पहाड़ टूट पड़ा। ग्रामीण उदय यादव, सुरेश यादव, शिवशंकर यादव, सुभाष यादव सहित अन्य ने कहा कि रुपेश नेक व्यक्ति था। चालक की मौत से गांव में कोहराम मचा हुआ है।