सवान-भादो में भी चुहाड़ी से बुझ रही प्यास
बांका। सरकार कादर और लैया जाति के उत्थान तथा उनके बचों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने को लेकर भले प्रयास कर ले लेकिन रणगांव पंचायत की कदरसी में मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना का नलजल का कार्य नहीं होने से यहां के लोग चीर नदी के जोर में चुहाड़ी खोदकर अपनी प्यास बुझाने को मजबूर हैं।
बांका। सरकार कादर और लैया जाति के उत्थान तथा उनके बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने को लेकर भले प्रयास कर ले, लेकिन रणगांव पंचायत की कदरसी में मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना का नलजल का कार्य नहीं होने से यहां के लोग चीर नदी के जोर में चुहाड़ी खोदकर अपनी प्यास बुझाने को मजबूर हैं। 40 घर की करीब डेढ़ सौ की आबादी वाले इस गांव में मात्र एक सरकारी चापाकल है। उसके खराब रहने से यहां के लोगों का सहारा चीर नदी ही है। ग्रामीण सुबोध मांझी, संटू लैया, रजनी देवी, विभो देवी, काजल देवी, जीतो देवी, संतोष मांझी, शंकर मांझी, विक्रांत बैध आदि ने बताया कि रणगांव के वार्ड नंबर आठ में करीब 32 लाख की राशि से पीएचईडी ने नल जल का कार्य कराया है।लेकिन कदरसी टोले में मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना से नल जल का कार्य नहीं किया गया। ऐसे में कदरसी के लेागों के पास चीर नदी में स्नान कर चुहाड़ी खोद उस पानी को पीने के सिवा दूसरा कोई उपाय नहीं है। ग्रामीणों ने बताया कि आठ नंबर वार्ड रणगांव का ही टोला कदरसी है। यहां कादर जाति के लोग रहते हैं।लेकिन सरकारी योजना के लाभ से वंचित हैं। इस वार्ड में नलजल का कार्य तो हुआ है, लेकिन कार्य स्थल से कदरसी टोला की दूरी करीब एक किलोमीटर होने के कारण यहां तक नलजल का पाइप नहीं पहुंचा है। जिससे गांव के लोग पानी की समस्या से परेशान हैं। टोला तक नलजल का पाइप लाइन बिछाने को लेकर पंचायत के मुखिया मीणा देवी को भी जानकारी दी गई। लेकिन मुखिया के प्रयास के बाद भी कुछ नहीं हुआ।
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कोट
बिछुतीया और कदरसी टोला के बीच जब तक नल जल का कार्य नहीं कराया जाएगा। तबतक दोनों टोले के करीब दो सौ घर की सात सौ आबादी पानी की समस्या से जूझती रहेगी।
मीना देवी, मुखिया ---------------------- जिस टोले की दूरी के कारण नल जल का पानी नहीं पहुंच पा रहा है। वहां पीएचइडी द्वारा ही नया प्लांट लगाया जाएगा। जिससे वंचित लोगों को पेयजल मिल सके।
नीलेश कुमार, प्रखंड़ पंचायती राज पदाधिकारी