झपनिया हाई स्कूल में विज्ञान व संस्कृति के शिक्षक नहीं
बांका। बौंसी प्रखंड मुख्यालय से करीब दो किलोमीटर की दूरी पर स्थित झपनियां हाईस्कूल बदहाल
बांका। बौंसी प्रखंड मुख्यालय से करीब दो किलोमीटर की दूरी पर स्थित झपनियां हाईस्कूल बदहाली की स्थिति में है। 2015 में यह उत्क्रमित हाई स्कूल में परिणत हुआ। इसके दूसरे साल 2016 में आधारभूत संरचना के तहत एक करोड़ आठ लाख की राशि से हाई स्कूल भवन का निर्माण शुरू हुआ। एक वर्ष के अंदर भवन निर्माण कार्य पूर्ण होना था पर पांच वर्ष बीत जाने के बाद भी भवन निर्माण अधूरा पड़ा हुआ है। इस कारण छात्र-छात्राओं को काफी परेशानी का सामना उठाना पड़ रहा है। स्कूल भवन नहीं रहने के कारण छात्र स्कूल में नामांकन के लिए नहीं आते हैं।
स्थिति ऐसी है कि स्कूल में नवम एवं दशम में सिर्फ 63 छात्र-छात्राएं ही बचे हैं। बेंच-डेस्क नहीं रहने के कारण छात्र पुरानी मध्य विद्यालय भवन में फर्श पर बैठकर पढ़ाई करते हैं। स्कूल में महत्वपूर्ण विषय विज्ञान एवं संस्कृत के शिक्षक नहीं है। इस कारण इन दोनों विषयों की पढ़ाई स्कूल में नहीं हो रही है। छात्र-छात्राएं अपने स्तर से इन दोनों विषयों की पढ़ाई कर रहे हैं। स्कूल की चारदीवारी का निर्माण भी अधूरा पड़ा हुआ है। स्कूल में लैब भी नहीं है। स्मार्ट क्लास है पर इसे संचालित करने के लिए कमरा नहीं है। पेयजल के लिए एकमात्र सरकारी चापाकल है। इसका पानी पीने योग्य नहीं है। स्कूल में खेल मैदान नहीं रहने के कारण किसी भी प्रकार की खेल प्रतियोगिता का आयोजन भी नहीं हो पा रहा है। यहां पुस्तक है पर पुस्तकालय भवन नहीं है।
प्रधानाचार्य सज्जन कुमार झा ने बताया कि हाई स्कूल का भवन निर्माण पूर्ण नहीं होने से छात्र एवं शिक्षकों को काफी परेशानी हो रही है। शिक्षकों की भी कमी है। इससे मुख्यालय को अवगत कराया गया है। इधर, डीईओ दवेन्द्र झा ने बताया कि स्कूल का भवन निर्माण पूर्ण करने की दिशा में पहल की जाएगी।