एसएफसी से गायब बोरियों की कीमत नौ लाख आंकी गई
(एसएफसी)अअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअअ
बांका। वित्तीय वर्ष 20-17 एवं 18-19 में एसएफसी के बांका और अमरपुर गोदाम से गायब करीब 17 हजार 500 बोरियों की कीमत नौ लाख रुपये आंकी गई है। अंकेक्षण टीम ने बोरियों को गायब करने के आरोपित कम्प्यूटर ऑपरेटर सह गणि बैग प्रभारी चंदन कुमार सिन्हा से राशि वसूली को कहा है। हालांकि एसएफसी ने सिर्फ शोकॉज पूछकर कार्रवाई की इतिश्री मान ली थी। इधर डीएम सुहर्ष भगत को मामले की जानकारी हुई तो उन्होंने अंकेक्षण रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई का आदेश एसएफसी के जिला प्रबंधक दिया है।
राज्य खाद्य निगम (एसएफसी) के बांका के कम्प्यूटर ऑपरेटर चंदन कुमार सिन्हा को गणि बैग (बोरी) का प्रभारी बनाया था। उसके जिम्मे बांका एवं अमरपुर गोदाम भी था। इस क्रम में उसने लगभग 500 गांठ बोरी यानी लगभग 17 हजार 500 बोरियां गायब करा दी। राज्य मुख्यालय के आदेश पर जब सभी गोदामों की जांच हुई तो अंकेक्षण पदाधिकारी दिनेश कुमार सिंह ने इसकी गड़बड़ी को पकड़ा। इसके बाद टीम ने 28 अक्टूबर 2019 को चंदन को आरोपित करते हुए गबन का जिम्मेदार ठहराते हुए राशि वसूली के साथ ही विभागीय कार्रवाई करने का आदेश दिया था। तत्कालीन जिला प्रबंधक ने चंदन को बर्खास्त तो कर दिया, लेकिन राशि वसूली के नाम पर केवल शोकॉज पूछा।
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अंकेक्षण टीम की जांच रिपोर्ट के आधार पर चंदन से शोकॉज पूछा गया है। इसके बाद संतोषजनक जवाब नहीं देने पर नीलाम पत्र दायर से लेकर अन्य कार्रवाई की जाएगी।
शालीग्राम साह, प्रभारी जिला प्रबंधक