स्कूल से पूजा कर घर आई, फिर जंगल गई और दुपट्टे को फंदा बना पेड़ से झूल गई
अपनी जान दे दी। मृतक की पहचान मंजू देवी पति मुकेश यादव के रूप में की गई है। मिली अपनी जान दे दी। मृतक की पहचान मंजू देवी पति मुकेश यादव के रूप में की गई है। मिली अबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबबब
बांका। भलुवाकुरा गांव की मंजू देवी (30) ने रविवार की संध्या खुदकशी कर ली। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए बांका सदर अस्पताल भेज दिया।
मंजू कटोरिया बाजार स्थित आइडियल होली डे मिशन स्कूल में शिक्षिका थी। वह अपने बच्चों तथा सास-ससुर के साथ गांव में रहती थी। उसका पति मुकेश यादव मुम्बई में काम करता है।
रविवार को वह सरस्वती पूजा को लेकर स्कूल गई थी। जहां से पूजा-पाठ कर दोपहर बाद घर लौट कर आ गई। घर पहुंचने के कुछ देर बाद वह घर से लगभग एक किलोमीटर दूर जंगल गई और पलास के पेड़ में दुपपट्टा बांधकर फांसी लगा लिया। गांव के किसी ग्रामीण ने पेड़ से लटकता शव को देखकर हो-हल्ला किया। जिसके बाद सभी ग्रामीण दौड़ कर घटनास्थल पर पहुंचे। मंजू की इस तरह से आत्महत्या कर लेने से पूरा परिवार सन्न रह गया। ऐसा क्या हो गया कि उसने जान दे, लोग समझ नहीं पा रहे हैं।
परिजनों ने बताया कि मृतका के पिता गो¨वद महाराज थाना क्षेत्र अंतर्गत कठौन के रहने वाले हैं। वह बंगलुरु में रहकर काम करते हैं। मृतका को पुत्र सुमन कुमार (11 वर्ष) गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय भलुवाकुरा में पढ़ता है। जबकि दूसरा बेटा शिव कुमार (5 वर्ष) आइडियल होली डे मिशन में पढ़ता है।
घटना की जानकारी ग्रामीणों ने कटोरिया पुलिस को दी गयी। सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष रविशंकर प्रसाद एवं सअनि भूषण ¨सह घटना स्थल पर पहुंचकर मामले की छानबीन की। अभी आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चल पाया है।