की हाल हो, तोरा दीस केकरो हवा छेलै..
बांका। ..की हाल हो, तोरा दीस केकरो हवा बहलै। के भारी बुझाय छौं। वोट त तीन्हू क छौं।..होकरा बूथअ पर ल
बांका। ..की हाल हो, तोरा दीस केकरो हवा बहलै। के भारी बुझाय छौं। वोट त तीन्हू क छौं।..होकरा बूथअ पर लालटेन,..बूथ पर सिलंडर। तीर त सब्भै बूथअ पर थोड़अ बहुत छौं। फलां जाति रअ वोट पलटी मारी देलकौं। .. फलां र वोट हिन्नअ कम, कटोरिया हिन्नअ कुच्छू टूटलै। सुल्तानगंज तरफ .. जादे, धोरैया मअ.. बूझाइलौ।मतदान के बाद गुरुवार शाम से ही यह संवाद हर मोबाइल फोन और आमने-सामने मिलने वाले व्यक्ति के बीच आम बना हुआ है। कोई काजग पर जीत हार का समीकरण लेकर लेकर घूम रहा है। तीनों प्रत्याशी का जीत का दावा अपने-अपने जगह है। दरअसल, बांका लोकसभा का मतदान गुरुवार शाम को ही संपन्न हो गया है। इसके बाद भी लोगों को राहत कम, बेचैनी ज्यादा है। यह बेचैनी है अपने समर्थक प्रत्याशी के जीत और हार को लेकर। देर रात से ही लोग इसको लेकर एक-एक बूथ का हाल जानना चाह रहे हैं। लेकिन, गुप्त मतदान का सटीक हाल जान पाना किसी जानकार के लिए भी काफी मुश्किल है। एक-एक बूथ की जानकारी मिलने के बाद जीत हार का समीकरण समर्थक खुद बना और बिगाड़ रहे हैं।