सिन्हा कॉलेज में पानी को तरस रहे छात्र
नैक से बी-ग्रेड प्राप्त सच्चिदानंद सिन्हा कॉलेज में पानी को लेकर हाहाकार मचा है। पानी के लिए छात्र-छात्राएं तड़पते हैं। यूं कह लीजिए बूंद-बूंद पानी
औरंगाबाद। नैक से बी-ग्रेड प्राप्त सच्चिदानंद सिन्हा कॉलेज में पानी को लेकर हाहाकार मचा है। पानी के लिए छात्र-छात्राएं तड़पते हैं। यूं कह लीजिए बूंद-बूंद पानी को तरसते हैं। अधिकतर आरओ मशीन खराब पड़ा है। मशीन में टंकी से पानी सप्लाई नहीं हो पा रही है। स्थिति यह है कि बोतलबंद पानी से छात्र-छात्राएं प्यास बुझाने को विवश हैं। कॉलेज प्रशासन की नींद नहीं खुल रही है। कुछ दिन पहले तक बाहरी पानी कॉलेज में मंगाया गया था परंतु अब बंद है। पानी के लिए गर्मी के इस मौसम में छात्र तड़पते रहते हैं। कॉलेज में प्रतिदिन 2000 से अधिक छात्र-छात्राएं आते हैं। बाहरी पानी से प्यास बुझाना मुश्किल है। छात्र-छात्राएं घर से बोतल में पानी लेकर पहुंच रहे हैं। स्थिति नहीं बल्कि महीनों से पानी को लेकर कॉलेज में हाहाकार है। छात्र जन अधिकार परिषद के जिलाध्यक्ष बिजेंद्र यादव ने बताया कि महाविद्यालय में सबसे जरूरी चीज पानी है। पानी के लिए कुछ नहीं हो सकता। जो छात्र कॉलेज में पढ़ाई करने आएंगे वे घर जाकर पानी पी सकते। उनके पास इतने पैसे नहीं होते हैं कि बाहर से प्रतिदिन बोतलबंद पानी खरीद सके। प्राचार्य को इस संबंध में कार्रवाई करनी चाहिए। बता दें कि बीबीएम, बी.फार्मा समेत अन्य विभाग का आरओ बेकार पड़ा हुआ है। जागरण टीम जब बुधवार को कॉलेज का मुआयना की तो सच्चाई सामने आया। कॉलेज में खाली बोतल लेकर पानी की तलाश में घूम रही छात्रा आशिका कुमारी एवं प्रिया कुमारी ने बताया कि पानी के लिए विभागों का चक्कर लगा रहे हैं परंतु कहीं नहीं मिल रहा। अब बाहर पानी खरीदने जा रहे हैं।