अधूरा पुल छोड़ भाग गया ठेकेदार
औरंगाबाद। सरकार का करोड़ों रुपये बर्बाद हो जाता है। सरकार चाहती हैं कि इलाके का
औरंगाबाद। सरकार का करोड़ों रुपये बर्बाद हो जाता है। सरकार चाहती हैं कि इलाके का विकास हो परंतु अधिकारी एवं ठेकेदार कार्य को अधूरा छोड़ फरार हो जाते हैं। ओबरा प्रखंड के तेजपुरा लख के पास पुल का निर्माण हो रहा था। वर्ष 2002 में 16 वर्ष पहले पुल का शिलान्यास किया गया किया गया था। पुल जब बनना प्रारंभ हुआ था तो ग्रामीणों को लगा कि अब आवागमन की सुविधा उपलब्ध होगी परंतु ऐसा नहीं हुआ। बताया जाता है कि पुल के पास एक पुराना पुल है जो जर्जर है। बरसात के दिनों में आवागमन पूरी तरह बाधित हो जाती है। वैसी स्थिति में छात्र-छात्राओं का शिक्षण कार्य प्रभावित होता है। उसके बाद कार्य हुआ परंतु अधूरा रह गया है। इसके बाद इस पुल की शुद्धि लेने वाला कोई नहीं है। बताया जाता है कि पुल का निर्माण उस समय हो रहा था जब विद्युत परियोजना का कार्य चल रहा था। मुखिया प्रतिनिधि हरिनारायण प्रसाद, पूर्णाडीह निवासी अलख निरंजन कुमार, मझियावां निवासी एवं पूर्व पंचायत समिति गुड्डू कुमार ¨सह, मझियावां पैक्स अध्यक्ष रंजन कुमार ¨सह ने बताया कि पुल की मरम्मती कराने हेतु कई बार जनप्रतिनिधियों एवं पदाधिकारियों से संपर्क किया गया, पर इसका निर्माण नहीं हो सका। ग्रामीणों ने कहा कि पुल निर्माण नहीं होने से तेजपुरा समेत कई गांवों का आवागमन बाधित हो जाएगा। पुराना पुल जर्जर है, जिस कारण बरसात के दिनों में आवागमन बाधित हो जाती है। फिलहाल पुल का निर्माण नहीं होने से ग्रामीण आक्रोशित हैं।