इलाज के लिए चिकित्सक की राह देखते हैं मरीज
सदर अस्पताल की व्यवस्था दिन-प्रतिदिन बदहाल होती जा रही है। एक तो चिकित्सकों की कमी है उपर से मरीजों का बेहतर इलाज नहीं हो पाता है।
सदर अस्पताल की व्यवस्था दिन-प्रतिदिन बदहाल होती जा रही है। एक तो चिकित्सकों की कमी है उपर से मरीजों का बेहतर इलाज नहीं हो पाता है।
सामान्य ओपीडी में मात्र एक चिकित्सक प्रतिदिन कार्य करते हैं। स्थिति यह है कि प्रतिदिन 250 से 300 मरीजों का इलाज करना पड़ता है। सोचा जा सकता है कि एक चिकित्सक 300 मरीजों का इलाज छह घंटे में कैसे करते हैं। बता दें कि गुरुवार को सामान्य ओपीडी में एक चिकित्सक डा. श्याम कुमार कार्य कर रहे थे। ओपीडी में एक चिकित्सक रहने के बावजूद भी करीब 12 बजे डॉ. श्याम कुमार को पोस्टमार्टम करने के लिए भेज दिया गया। मरीज करीब एक घंटे तक चिकित्सक की आने की राह देखते रहे। मदनपुर से पहुंची पिकी देवी, सुजाता कुमारी, महेश प्रजापति, सिरिस के सुरेंद्र कुमार एवं पार्वती देवी ने बताया कि एक घंटे से चिकित्सक का राह देख रहे हैं परंतु अभी तक नहीं आएं। बताया जा रहा है कि चिकित्सक पोस्टमार्टम करने गए हुए हैं। सिविल सर्जन ने बताया कि अस्पताल में चिकित्सकों की कमी है। किसी तरह अस्पताल का संचालन किया जा रहा है। चिकित्सक की कमी का रिपोर्ट विभाग को कई बार भेजा गया है परंतु कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। जितने चिकित्सक है उतने में मरीजों का बेहतर इलाज किया जा रहा है।